Rahul Gandhi on BJP-RSS/Image Source: IBC24
दिल्ली: Rahul Gandhi On BJP-RSS: देश का एक वर्ग मानता है कि संघ के सदस्य राष्ट्रनिर्माण में लगे सजग प्रहरी की तरह हैं, तो दूसरा वर्ग मानता है कि संघ ने हमेशा पर्दे के पीछे से सत्ता को प्रभावित करने का प्रयास किया है। RSS यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना सन 1925 में विजयादशमी के दिन हुई थी। इस लिहाज़ से इस साल 2025 में संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर स्थापना शती वर्ष समारोहपूर्वक मनाया गया। मुख्य समारोह नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में हुआ।
Vande Bharat: RSS अपनी स्थापना का जन्म शताब्दी समारोह मना रहा है। अपने 100वें स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर के संघ मुख्यालय में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने संस्थापक डॉ. हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी। 100 साल पहले विजयादशमी के दिन ही डॉ. हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी। मोहन भागवत ने इस मौके पर शस्त्र पूजन भी किया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस मौके पर मौजूद रहे। सभी ने संघ की प्रार्थना की। वहीं मोहन भागवत ने 41 मिनट के अपने भाषण में समाज में आ रहे बदलावों, पड़ोसी देशों में उथल-पुथल और अमेरिकी टैरिफ समेत कई मुद्दों पर संघ का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
Rahul Gandhi On BJP-RSS: जब नागपुर में RSS अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रहा था, उसी समय नागपुर से हजारों किलोमीटर दूर लैटिन अमेरिका में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी संघ की विचारधारा पर हमला कर रहे थे। कोलंबिया की EIA यूनिवर्सिटी में उन्होंने RSS को ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ के खिलाफ बताया। राहुल गांधी ने अमेरिका में RSS को घेरा, तो देश में BJP भला चुप कैसे रहती? लिहाज़ा BJP नेताओं ने मोर्चा संभाला और राहुल गांधी पर जमकर जुबानी तीर चलाए। RSS की स्थापना 27 सितंबर 1925 को हुई थी। आज उसकी 39 देशों में शाखाएं हैं।
Vande Bharat: अपने 100 साल के गौरवशाली इतिहास में संघ ने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन फिर भी अपने सिद्धांतों और उसूलों पर अडिग रहा। जनसंघ और अब BJP में शामिल अधिकांश दिग्गज नेता RSS की पाठशाला से ही शिक्षित होकर निकले हैं। सत्ता और संगठन पर संघ का गहरा प्रभाव है। यही वजह है कि संघ प्रमुख जब भी सार्वजनिक मंच से कुछ कहते हैं, तो उनके एक-एक शब्द पर लोगों की नजर बनी रहती है।