Rule Changes From 1 Sept 2025: कल से शुरू होने वाले सितंबर महीने से पैसों से जुड़े कई बड़े नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं। जो सीधे आम आदमी की जेब और रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करेंगे। इनमें आयकर रिटर्न (ITR) फाइलिंग की आखिरी तारीख, आधार कार्ड अपडेट, UPS में बदलाव की अंतिम तिथि और क्रेडिट कार्ड समेत से जुड़े नए नियम शामिल हैं।
आपको बता दें कि इन बदलावों को समय पर जानना बेहद जरूरी है। अगर आपने समय रहते ये जरूरी काम पूरे नहीं किए, तो परेशानी काफी उठानी पड़ सकती है। आइए जानते हैं कि आखिर एक सितंबर से लागू होने वाले नए नियम क्या हैं।
LPG सिलेंडर के दाम हर महीने की पहली तारीख को बदलते हैं। इस बार भी 1 सितंबर को दाम कम या ज्यादा हो सकते हैं। ये बदलाव तेल कंपनियों और ग्लोबल मार्केट के हिसाब से तय होते हैं।
Rule Changes From 1 Sept 2025 जो लोग आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने से चूक गए थे, उनके लिए सरकार ने लेट फाइलिंग की अंतिम तारीख 30 सितंबर 2025 तय की है। अगर आप इस तारीख तक रिटर्न दाखिल नहीं करते हैं तो आपको लेट फीस और ब्याज देना होगा।
UIDAI ने आधार कार्ड अपडेट कराने की सुविधा की आखिरी तारीख 14 सितंबर 2025 रखी है। इसके बाद आधार अपडेट कराने पर आपको फीस देनी होगी। अगर आपके आधार में नाम, जन्मतिथि, पता या मोबाइल नंबर गलत है तो समय रहते अपडेट करा लें।
सरकार ने कर्मचारियों को NPS से UPS में बदलने का विकल्प दिया है। इसकी डेडलाइन 30 सितंबर 2025 है। यानी अगर आप नई पेंशन योजना (UPS) चुनना चाहते हैं तो इस तारीख तक फॉर्म भरना होगा।
अभी कई बैंक स्पेशल फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) स्कीम चला रहे हैं, जिनकी आखिरी तारीख सितंबर 2025 है। यानी अगर आप FD में निवेश करना चाहते हैं और बेहतर ब्याज दर पाना चाहते हैं, तो इंडियन बैंक और IDBI बैंक की इन स्पेशल FD योजनाओं में 30 सितंबर से पहले निवेश करना जरूरी है।
1 सितंबर से SBI क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट्स प्रोग्राम में बदलाव हो गया है। अब ग्राहकों को हर तरह की खरीदारी पर पॉइंट्स नहीं मिलेंगे। डिजिटल गेमिंग, सरकारी वेबसाइट्स और कुछ चुने हुए मर्चेंट्स- इन पर किए गए लेन-देन पर रिवॉर्ड पॉइंट्स नहीं मिलेंगे। इस बदलाव का असर लाखों SBI कार्डधारकों पर पड़ेगा क्योंकि पहले ये सभी खर्चे रिवॉर्ड पॉइंट्स में शामिल होते थे।
Rule Changes From 1 Sept 2025 सितंबर 1 से चांदी के ज्वेलरी खरीदने वालों के लिए नया नियम लागू हो जाएगा। अब ग्राहकों के पास दो विकल्प होंगे – वे चाहें तो हॉलमार्क्ड सिल्वर खरीद सकते हैं या फिर नॉन-हॉलमार्क्ड सिल्वर भी खरीद सकते हैं। BIS ने सिल्वर ज्वेलरी के लिए भी हॉलमार्किंग सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया है। लेकिन अभी यह नियम अनिवार्य नहीं होगा, फिलहाल स्वैच्छिक रहेगा।
वहीं 1 सितंबर 2025 से इंडिया पोस्ट ने एक बड़ा बदलाव किया है। अब रजिस्टर्ड पोस्ट को स्पीड पोस्ट में मिला दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब अलग से “रजिस्टर्ड पोस्ट” नाम की कोई सुविधा नहीं होगी। जो भी रजिस्टर्ड मेल भेजी जाएगी, वह अब स्पीड पोस्ट के जरिए ही डिलीवर होगी। इससे डिलीवरी पहले से तेज और आसान हो जाएगी। यानी अब ग्राहकों को अलग-अलग सेवा चुनने की जरूरत नहीं है, रजिस्टर्ड पोस्ट का काम भी अब स्पीड पोस्ट ही करेगा।
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