Railway Senior Citizen Concession। Photo Credit: File Image
Railway Senior Citizen Concession: नई दिल्ली। साल 2025 के बजट से सीनियर सिटीजन को बड़ी उम्मीदें हैं। सीनियर सिटीजन ने भी डिमांड की है कि ट्रेन टिकट पर मिलने वाली छूट को दोबारा बहाल की जाए। इसी बीच अब लोकसभा में उत्तर-मध्य मुंबई लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड ने भी ये मांग की है।
सांसद वर्षा गायकवाड ने लोकसभा अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि, भारतीय रेलवे में मार्च, 2020 तक वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे टिकट में रियायत मिलती थी, लेकिन अब ये रियायत बंद कर दी गई। पहले मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, दुरंतो जैसी ट्रेनों में 60 साल के पुरुषों को 40% और 58 साल की महिलाओं को 50% तक छूट मिलती थी। इस प्रावधान से लाखों लोगों को फायदा होता था, लेकिन कोरोना के समय से बंद कर दिया गया। हालांकि, अब हालात सामान्य हैं। इसलिए, मेरी मांग है कि वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे टिकट में मिलने वाली रियायत फिर से शुरू की जाए।
बता दें कि, 2019 के अंत तक भारतीय रेलवे मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी ट्रेनों की टिकट पर सीनियर सिटीजन को छूट देता था। 60 साल या उससे अधिक उम्र के पुरुषों को टिकट पर 40% और 58 साल या उससे अधिक उम्र की महिलाओं को 50% की छूट मिलती थी। उदाहरण के तौर पर अगर राजधानी एक्सप्रेस की फर्स्ट एसी का टिकट 4,000 रुपये का था, तो सीनियर सिटीजन के लिए यह टिकट 2,000 या 2,300 रुपये में मिलता था।
भारतीय रेलवे में मार्च, 2020 तक वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे टिकट में रियायत मिलती थी, लेकिन अब ये रियायत बंद कर दी गई।
पहले मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, दुरंतो जैसी ट्रेनों में 60 साल के पुरुषों को 40% और 58 साल की महिलाओं को 50% तक छूट मिलती थी।
इस प्रावधान से लाखों लोगों को… pic.twitter.com/fR6Tn2e0Oq
— Congress (@INCIndia) February 11, 2025