Mandala News: 62 वर्षीय बुजुर्ग की अनोखी भक्ति, साइकिल पर कर रहे मां नर्मदा की परिक्रमा, वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप
62 year old man doing Narmada parikrama on bicycle for 5 purposes 62 वर्षीय बुजुर्ग की अनोखी भक्ति, साइकिल पर कर रहे मां नर्मदा की परिक्रमा
62 year old man doing Narmada parikrama on bicycle for 5 purposes
मंडला। जिले के निवास में मां नर्मदा का एक अनोखा भक्त देखने को मिला है, जहां एक 62 वर्षीय बुजुर्ग साइकिल से जीवनदायनी मां नर्मदा का परिक्रमा कर रहे है। इनका परिक्रमा करने के पांच उद्देश्य है। इन उद्देश्य को जानकर आप हैरान हो जाएंगे। मंडला जिला मां नर्मदा से तीनो तरफ से घिरा हुआ है। यह जिला परिक्रमावासियों का पथ है।
यात्रा को पूरे हुए 40 दिन
इस पथ पर एक से बढ़कर एक तपस्वी संत महात्मा परिक्रमा करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। उन्हीं में से एक हैं 62 वर्षीय अनुकूल मंडल, जो इंजिनियर्स इंडिया लिमिटेड मिनिस्ट्री ऑफ पेट्रोलियम में इंजीनियर पद से विगत एक साल पहले ही रिटायर्ड हुए और रिटायर्ड होने के बाद जन हितेषी पांच उद्देश्यो को लेकर लोगों को जागरूक करने मां नर्मदा की परिक्रमा साइकिल से कर रहे है। इन्होने अपनी परिक्रमा ओंकारेश्वर से शुरू की है। इनकी यात्रा को करीब 40 दिन पूरे हो चुके है, जिसमें इन्होंने 02 हजार किमी से अधिक की यात्रा कर चुके हैं और उन्हे करीब करीब 3600 किमी की और यात्रा करना हैं।
इन 5 उद्देश्यों को लेकर कर रहे परिक्रमा
काफी समय से डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित है। इसके बाद इन्होने अपने 5 उद्देश्य स्वास्थ्य, हाइजीन स्वस्थ, होम फॉर होम लेस, ह्यूमन वैल्यू, देश में बनी रहे एकता को लेकर और लोगो को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने ये परिक्रमा कर रहे है। उनका स्वयं का कोई एजेंडा नहीं है, लेकिन इनका एक सामाजिक उद्देश्य है। ये जहां भी पहुंचते हैं अपने पांच मुद्दों को लेकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे है।, जिससे हमारा समाज, देश स्वस्थ रहे। इनके मुद्दों में पहला स्वास्थ्य, दूसरा हाईजीन स्वस्थ रहने का तरीका, यह न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी ज़रूरी है। क्योंकि इसका सीधा असर हमारे मन मस्तिष्क पर पड़ता है।
तीसरा होम फॉर होम लेस का अर्थ है, कि हर किसी के सिर पर छत हो, इसके लिए भी लोगों को समझाईश देते हैं। चौथा मुद्दा ह्यूमन वैल्यू, जिसमें हमारे समाज को मानव मूल्यों को समझना होगा, साथ ही उसे आत्मसात करते हुए अपने जीवन में उतारना होगा तभी हम मानव के मूल्य को समझ सकते हैं। पांचवां मुद्दा सभी में एकता रहे, हिन्दु, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्म मिल जुलकर कार्य करे, जिससे हमारे देश में एकता बनी रहे। उन्होंने कहां कि मंडला जिले में हाईजीन को छोड़ सब चीज सुपर है। यहां मानवीयता, सेवा भाव, सभी में एकता की भावना स्पष्ट दिखाई देती है। मंडलाजिलेवासियो में सेवा भाव है, जिसके चलते यह क्षेत्र जाना जाता है।

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