Loksabha Chunav 2024
विवेक पटईया, भोपाल।
Loksabha Chunav 2024: विधानसभा चुनाव में जिस दांव की दम पर बीजेपी ने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया था, अब वहीं दांव उन सांसदों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है जो हार का सामना कर चुके हैं। बीजेपी ने चुनाव में मौजूदा कई सांसदों को उतार कर उनकी लोकप्रियता का आंकलन कर लिया है। यही वजह है कि जो सांसद हार गए हैं, उनकी जगह अब नए चेहरों की तलाश है। इसके अलावा जो जीतकर विधानसभा पहुंच गए हैं उन चेहरों की जगह भी इस बार नए नेताओं को मैदान में उतारने की तैयारी है
विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी मौजूदा सांसदों की जगह नए जिताऊ चेहरे उतारने पर विचार कर रही है। विधानसभा चुनाव में दो सांसदों केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह को हार का सामना करना पड़ा दोनों की हार से पार्टी को उनकी लोकप्रियता का आंकलन हो गया। यही स्थिति और भी मौजूदा सांसदों को लेकर बन रही है। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए जीतने वाले चेहरों की तलाश के लिए पार्टी स्तर पर सर्वे शुरू कर दिया है। इसमें मौजूदा सांसदों के बारे में भी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। पिछले दिनों भोपाल में बीजेपी की बड़ी बैठक का एजेंडा लोकसभा चुनाव केंद्रित था।
सिंधिया परिवार उतर सकता है मैदान पर
वहीं अब बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में हारी हुई 67 विधानसभा सीटों का अध्ययन शुरू कर दिया है। इनमें विधानसभा चुनाव हारे केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह के क्षेत्र भी शामिल है। मुरैना लोकसभा सीट से सांसद रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर अब विधानसभा के अध्यक्ष है। अब उनकी जगह किसी नए चेहरे को मौका दिया जाएगा। वहीं ग्वालियर लोकसभा सीट पर किसी सिंधिया समर्थक या उनके परिवार के किसी सदस्य को मैदान में उतारा जा सकता है। गुना लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोकसभा का चुनाव लड़वाया जाता है। सागर लोकसभा सीट से नया चेहरा मैदान में आ सकता है। प्रहलाद पटेल के मोहन कैबिनेट में मंत्री बनने के बाद अब दमोह लोकसभा सीट से इस सीट पर कोई नया चेहरा आएगा। सतना लोकसभा सीट से सांसद गणेश सिंह विधानसभा चुनाव हार गए, ऐसे में उनका टिकट खतरे में है बीजेपी नए प्रत्याशी की संभावनाएं तलाश रही है।
इन सीट पर उतार सकते हैं नए चेहरे
मंडला लोकसभा सीट से सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते विधानसभा चुनाव हार चुके हैं,इसकी वजह से उनका टिकट खतरे में है,बीजेपी को यहां से नए आदिवासी चेहरे की तलाश है। रीवा लोकसभा सीट से सांसद जनार्दन मिश्रा के टिकट पर भी खतरा है। बैतूल लोकसभा सीट से सांसद डीडी उइके पांच साल में अपने आप को साबित नहीं कर पाए पार्टी यहाँ नए आदिवासी चेहरे पर दावं लगाएगी जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा हो सकता है। इंदौर,भोपाल,खंडवा,खरगौन,मंदसौर,उज्जैन,देवास लोकसभा सीट पर नए चेहरे उतारे जा सकते है।
सासंदों के क्षेत्र में नए चहेरे के उम्मीदवार
दरअसल विधानसभा चुनाव में आधा दर्जन लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस का वोट प्रतिशत बीजेपी को मिले वोटों के आसपास या अधिक रहा है,इनमें ही कांग्रेस को जीत भी मिली है,बीजेपी जहां 29 लोकसभा सीटों को जीतने का दावा कर रही है तो कांग्रेस बीजेपी के दावे की हवा निकाल रही है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सात सांसदों को चुनाव लड़वाया,पांच सांसद चुनाव जीतकर विधायक बन चुके हैं और इनमें से तीन मंत्री बन चुके हैं। वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है। ऐसे में इन पूर्व सांसदों के क्षेत्रों में नए चेहरों को उम्मीदवार बनना है।
Loksabha Chunav 2024: मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीट में कई सीटों पर बीजेपी अपने प्रत्याशी बदल सकती है। मोहन सरकार में जिन वरिष्ठ और दिग्गज विधायकों को मंत्रिमंडल से दूर रखा गया है, उन्हें पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है। बीजेपी नेतृत्व पिछले एक साल से सभी 29 लोकसभा सीटों पर काम कर रहा है और हर क्षेत्र की पूरी रिपोर्ट उसके पास है अब देखना होगा मिशन 29 के लिए बीजेपी के चेहरों की तलाश कहा जाकर पूरी होती है।