Home » Madhya Pradesh » Chief Minister suspended 8 officers, action was taken on negligence in the construction of 90 degree turning ROB in the capital
8 Officers Suspended : मुख्यमंत्री ने 8 अफसरों को किया सस्पेंड, राजधानी के 90 डिग्री टर्निंग वाले आरओबी के निर्माण में लापरवाही पर हुई कार्रवाई
Chief Minister suspended 8 officers: इस मामले में दो सीई सहित सात इंजीनियर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। एक रिटायर एसई के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। इस प्रोजेक्ट में आरओबी का त्रुटिपूर्ण डिजाइन प्रस्तुत करने पर निर्माण एजेंसी एवं डिजाइन कंसल्टेंट, दोनों को ब्लैक लिस्ट किया है।
Publish Date - June 28, 2025 / 11:58 PM IST,
Updated On - June 29, 2025 / 12:00 AM IST
MP Hindi News | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
दो सीई सहित सात इंजीनियर्स तत्काल प्रभाव से निलंबित
निर्माण एजेंसी एवं डिजाइन कंसल्टेंट, दोनों को ब्लैक लिस्ट
गंभीर लापरवाही में संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश
भोपाल: Chief Minister suspended 8 officers, भोपाल के 90 डिग्री टर्निंग वाले ऐशबाग आरओबी के निर्माण में हुई गंभीर लापरवाही पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 8 अफसरों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा है कि मैंने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर लोक निर्माण विभाग के 8 इंजीनियर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
इस मामले में दो सीई सहित सात इंजीनियर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। एक रिटायर एसई के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। इस प्रोजेक्ट में आरओबी का त्रुटिपूर्ण डिजाइन प्रस्तुत करने पर निर्माण एजेंसी एवं डिजाइन कंसल्टेंट, दोनों को ब्लैक लिस्ट किया है। आरओबी में आवश्यक सुधार के लिए कमेटी बनाई गई है। सुधार के बाद ही आरओबी का लोकार्पण किया जाएगा। जिन अफसरों पर कार्रवाई हुई है। उनके खिलाफ आरोप तय किए जाएंगे।
35-40 किमी प्रति घंटा से अधिक गति से गाड़ी नहीं चलाने का सुझाव
8 Officers Suspended , मामला सामने आने के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) से जांच करवाई थी। एनएचएआई ने ब्रिज को लेकर अपनी रिपोर्ट तैयार की थी जिसमें 35-40 किमी प्रति घंटा से अधिक गति से गाड़ी नहीं चलाने का सुझाव दिया गया है। इससे अधिक स्पीड में गाड़ी चली तो हादसा होने का खतरा है। ऐसे में इस ब्रिज को रिडिजाइन करने का फैसला लिया गया है।
सस्पेंड किये गए अधिकारियो में जीपी वर्मा, मुख्य अभियंता,संजय खांडे, मुख्य अभियंता, जावेद शकील, कार्यपालन यंत्री, शबाना रज्जाक, कार्यपालन यंत्री (डिजाइन), शानुल सक्सेना, सहायक यंत्री (डिजाइन),उमाशंकर मिश्रा, उपयंत्री, रवि शुक्ला, उपयंत्री, एमपी सिंह, सेवानिवृत्त अधीक्षण यंत्री शामिल है।
गंभीर लापरवाही में संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश
सीएम डॉ मोहन यादव ने ट्वीट कर कहा है कि ”ऐशबाग आरओबी के निर्माण में हुई गंभीर लापरवाही में मैंने संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश दिये थे। जाँच रिपोर्ट के आधार पर लो.नि.वि. के 8 इंजीनियर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है। दो सीई सहित सात इंजीनियर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। एक सेवानिवृत एसई के खिलाफ विभागीय जाँच की जायेगी। इस प्रोजेक्ट में आरओबी का त्रुटिपूर्ण डिजाईन प्रस्तुत करने पर निर्माण एजेंसी एवं डिजाईन कंसल्टेंट, दोनों को ब्लैक लिस्ट किया गया है। आरओबी में आवश्यक सुधार के लिए कमेटी बनाई गयी है। सुधार के बाद ही आरओबी का लोकार्पण किया जाएगा।”
ऐशबाग आरओबी मामले में कितने अधिकारियों को निलंबित किया गया है?
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग (PWD) के 8 अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है, जिनमें से 7 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है और 1 रिटायर्ड अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
निलंबित किए गए अधिकारियों के नाम क्या हैं?
निलंबित अधिकारियों में शामिल हैं: जी.पी. वर्मा (मुख्य अभियंता) संजय खांडे (मुख्य अभियंता) जावेद शकील (कार्यपालन यंत्री) शबाना रज्जाक (कार्यपालन यंत्री, डिज़ाइन) शानुल सक्सेना (सहायक यंत्री, डिज़ाइन) उमाशंकर मिश्रा (उपयंत्री) रवि शुक्ला (उपयंत्री) एम.पी. सिंह (सेवानिवृत्त अधीक्षण यंत्री – विभागीय जांच के लिए चिन्हित)
इस प्रोजेक्ट में क्या गलती पाई गई जिसके कारण यह कार्रवाई की गई?
आरओबी का डिज़ाइन त्रुटिपूर्ण पाया गया है। जांच में सामने आया कि ब्रिज पर 90 डिग्री का खतरनाक मोड़ है, जिसके कारण वाहन 35–40 किमी/घंटा से अधिक की स्पीड में नहीं चल सकते। इससे हादसे की आशंका बनी रहती है। NHAI की रिपोर्ट के बाद यह खुलासा हुआ।
निर्माण एजेंसी और डिज़ाइन कंसल्टेंट के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है?
मुख्यमंत्री के निर्देश पर निर्माण एजेंसी और डिज़ाइन कंसल्टेंट दोनों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। यह कदम गलत डिज़ाइन पेश करने और निर्माण में लापरवाही के चलते उठाया गया है।
क्या यह ब्रिज अभी चालू है या बंद किया गया है?
ब्रिज को लेकर मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि जब तक जरूरी सुधार नहीं किए जाते, तब तक आरओबी का लोकार्पण नहीं किया जाएगा। इसके लिए एक विशेष कमेटी बनाई गई है जो डिज़ाइन सुधार पर काम करेगी।