Reported By: Harpreet Kaur
,Bhopal Digital Arrest || Image- IBC24 News File
Bhopal Digital Arrest: भोपाल: यहां कोहेफिजा इलाके में सीनियर एडवोकेट के डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने खुद को एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) अधिकारी बताकर ठगी की कोशिश की। करीब तीन घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रहने के बाद पुलिस ने बुजुर्ग को आरोपियों के चंगुल से मुक्त कराया। जालसाजों ने पहलगाम आतंकी हमले में उनके नंबर के इस्तेमाल किए जाने की बात कहकर उन्हें डराया था।
पुलिस के अनुसार, कोहेफिजा निवासी 75 वर्षीय शम्स उल हसन, जो कि सीनियर एडवोकेट हैं, उन्हें अचानक एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को पुणे एटीएस का सब-इंस्पेक्टर अभय प्रताप सिंह बताया और कहा कि शम्स उल हसन का नाम पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ गया है। उसने बताया कि आपके मोबाइल की जांच में संदिग्ध संदेश और कॉल मिले हैं, इसलिए अब आपको डिजिटल हाउस अरेस्ट किया जा रहा है। उसने कहा कि आप तुरंत अपने कमरे में चले जाएं, दरवाजा बंद करें और किसी से बात न करें। वीडियो कॉल पर दो युवक पुलिस की वर्दी में नजर आए, जिससे शम्स उल हसन को भरोसा हो गया कि कॉल असली है। डर की वजह से उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया।
Bhopal Digital Arrest: इस दौरान ठगों ने उनसे आधार कार्ड, बैंक खातों की जानकारी और अन्य निजी जानकारी मांगी। करीब ढाई घंटे तक जब वे कमरे से बाहर नहीं निकले तो उनके बेटे जिया उल हसन को शक होने लगा। जब बार-बार आवाज देने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो वे तुरंत कोहेफिजा थाने पहुंचे और पूरी बात बताई। पुलिस टीम तत्काल उनके घर पहुंची और हालात की जानकारी ली। जालसाज उनसे रकम ले पाते, उससे पहले पुलिस ने समझाइश देकर वकील को दरवाजा खोलने के लिए कहा। जब उन्होंने गेट खोला तो मोबाइल कॉल कट हो गया। इसके बाद बुजुर्ग ने पुलिस को पूरी जानकारी दी। फिलहाल पुलिस ठगों का पता लगाने में जुटी हुई है।