MP Politics: भोपाल। आज विधनसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सीएम मोहन यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान एक बात तो साफ कर दी है कि बीजेपी सरकार का एजेंडा हिंदुत्व के इर्द गिर्द रहेगा। एक तरफ अयोध्या में राम मंदिर तो दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में श्रीकृष्ण के स्थलों को विकसित किया जाएगा। तो सवाल यही कि क्या हिंदुत्व की नाव के सहारे ही 24 की मझधार पार करने की तैयारी में है बीजेपी और इस दांव का कांग्रेस के पास क्या काट है।
प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव ने 16 वीं विधानसभा के पहले भाषण में सरकार के दो विजन बताये। पहला- बीजेपी का संकल्प पत्र धर्मग्रंथ रामायण-गीता की तरह है और दूसरे विजन में उन्होंने सरकार के धर्म और सनातन के एजेंडे को सामने रखा। डॉ मोहन यादव ने विपक्ष को राम विरोधी और राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाला बताते हुए। भगवान कृष्ण पर भी घेरा। सीएम ने कहा कि कांग्रेस को पहले राम पर आपत्ति थी अब कृष्ण से हो रही है। सीएम ने एलान किया कि मध्य प्रदेश में कृष्णजी ने जहां-जहां लीलाएं कीं, प्रदेश सरकार उन स्थानों को विकसित करेगी। हिंदुत्व के विज़न को और पुख्ता करते हुए उन्होंने कहा कि अब जो सिंहस्थ होगा वो पुराने सिंहस्थ से भी शानदार होगा।
MP Politics: कांग्रेस जानती है कि 24 का चुनाव सामने है और हिंदुत्व बीजेपी का कोर एजेंडा है। ऐसे में खुद के सॉफ्ट हिंदुत्व की विचारधारा के मुताबिक मुख्यमंत्री के बयान पर सीधी प्रतिक्रिया आई। सत्ता संभालने के बाद से लगातार जिस तरह सीएम डॉ. मोहन यादव सनातनी एजेंडे के साथ विकास के मॉडल को आगे बढ़ा रहे हैं। उसे देखते हुए एक बात तो तय है कि लोकसभा चुनाव में हिंदुत्व पर ही आर-पार होना तय है।