MP Weather News: एमपी में टूटा ठंड का पिछले 84 साल का रिकार्ड, अभी पड़ेगी और ठिठुराने वाली ठंड, आज इन जिलों में शीतलहर का अलर्ट…
मध्यप्रदेश इस समय उत्तर भारत में लगातार हो रही बर्फबारी और ठंडी हवाओं के प्रभाव से ठिठुर रहा है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में सुबह और रात की ठंडक के बाद अब दिन में भी तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है।
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- उत्तर भारत की बर्फीली हवा से ठिठुर रहा मप्र
- सुबह-रात के बाद अब दिन में भी बढ़ी ठंडक
- भोपाल में पारा 7.8 डिग्री पर पहुंचा
MP Weather News: भोपाल: मध्यप्रदेश इस समय उत्तर भारत में लगातार हो रही बर्फबारी और ठंडी हवाओं के प्रभाव से ठिठुर रहा है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में सुबह और रात की ठंडक के बाद अब दिन में भी तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। राजधानी भोपाल में पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है, जबकि इंदौर में 6.9, ग्वालियर में 10.7, उज्जैन में 9.5 और जबलपुर में 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी में 6.6, शिवपुरी में 9 और छिंदवाड़ा-मलाजखंड में 9.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
aaj ka tapman: मौसम विभाग ने शीतलहर का अलर्ट जारी किया
मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, देवास, सीहोर, शाजापुर और राजगढ़ में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे में सबसे ठंडा शहर शाजापुर रहा, जहाँ न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत 15 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। इससे पहले मंगलवार और बुधवार की रात में 15 शहरों में तापमान 10 डिग्री से कम दर्ज किया गया था। राजगढ़ सबसे ठंडा रहा, यहाँ पारा 6.5 डिग्री पर टिका।
aaj ka mausam kaisa rahega: पिछले 84 साल का रिकॉर्ड टूट
MP Weather News: विशेष रूप से इस नवंबर महीने में ठंड का असर पहले सप्ताह से ही देखने को मिल रहा है। राजधानी भोपाल में नवंबर की सर्दी का पिछले 84 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है, वहीं इंदौर में 25 साल में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी है। मौसम विभाग के अनुसार, पूरे नवंबर महीने में तेज ठंड का दौर जारी रहने की संभावना है। अगले दो दिन तक प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट रहेगा, उसके बाद हल्की राहत मिलने की संभावना है।
aaj ka mosam: दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया एक्टिव
MP Weather News: मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि 22 नवंबर से देश के दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया एक्टिव होगा, जो प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर सकता है। इस बार नवंबर में पहले सप्ताह से ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जबकि अक्टूबर में औसत 2.8 इंच बारिश हुई, जो सामान्य 1.3 इंच से 121% अधिक है।
विशेषज्ञों ने जनता से आगाह किया है कि शीतलहर और ठंड के मौसम में बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग विशेष सावधानी रखें। वहीं, ड्राइविंग करते समय सावधानी बरतने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है। ऐसे में मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सर्दी के थपेड़ों के बीच लोग ठंड से बचने के उपायों में जुटे हुए हैं।

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