शाजापुर: भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी लगातार अपनी सभाओं में सामाजिक न्याय का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमले कर रहे हैं। उनकी यात्रा फ़िलहाल मध्यप्रदेश में हैं और वे यहां यात्रा के साथ ही लोगों से मिल रहे हैं, उन्हें संबोधित कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने अपने संक्षिप्त सभा में एक बार फिर से कास्ट कार्ड खेलते हुए केंद्र की सरकार पर अनुसूचित वर्गों से भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि देश में ओबीसी, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग के करीब 90% लोग हैं। आपको देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में एक भी ओबीसी, दलित और आदिवासी वर्ग का व्यक्ति नहीं मिलेगा। ये सामाजिक अन्याय है, जो देश की लगभग हर संस्था में हो रहा है।” राहुल गांधी ने सामाजिक अन्याय के खिलाफ जातिगत जनगणना को क्रांतिकारी कदम बताया है।
देश में OBC, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग के करीब 90% लोग हैं।
आपको देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में एक भी OBC, दलित और आदिवासी वर्ग का व्यक्ति नहीं मिलेगा।
ये सामाजिक अन्याय है, जो देश की लगभग हर संस्था में हो रहा है।
―राहुल गांधी pic.twitter.com/8CXyhz5god
— MP Congress (@INCMP) March 5, 2024
राहुल गाँधी अपनी सभाओं में यूपी के पेपर लिक मामले का जिक्र करनानहीं भूल रहे हैं। उन्होंने कहा, पेपर लीक उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश भर के युवाओं के लिए अभिशाप बन गया है। पिछले 7 वर्षों में ही 70 से अधिक पेपर लीक के मामलों ने 2 करोड़ से अधिक छात्रों का सपना तोड़ा है। इससे न सिर्फ भविष्य निर्माण के कीमती वर्ष बर्बाद हो रहे हैं बल्कि उनके परिवारों पर भी आर्थिक और मानसिक बोझ पड़ रहा है। लापरवाह सरकार, भ्रष्ट अधिकारी, नकल माफिया और निजी प्रिंटिंग प्रेसों के आपराधिक गठजोड़ को खत्म कर हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करने की ज़रूरत है।
राहुल गांधी ने आगे दावा किया कि “जब मैंने छात्रों से बातचीत की तो उन्होंने मुझे बताया कि पेपर लीक की तीन मुख्य वजह हैं। बिका हुआ सरकारी तंत्र, निजी प्रिंटिंग प्रेस और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुके अधीनस्थ सेवा चयन आयोग। सभी से मिले सुझावों को मिला कर कांग्रेस युवाओं की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक ठोस और फूलप्रूफ प्लान तैयार कर रही है, और बहुत जल्द हम आपके सामने अपना विज़न रखेंगे। हम छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे! युवाओं का भविष्य INDIA की प्राथमिकता है।”
पेपर लीक उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश भर के युवाओं के लिए अभिशाप बन गया है।
पिछले 7 वर्षों में ही 70 से अधिक पेपर लीक के मामलों ने 2 करोड़ से अधिक छात्रों का सपना तोड़ा है।
इससे न सिर्फ भविष्य निर्माण के कीमती वर्ष बर्बाद हो रहे हैं बल्कि उनके परिवारों पर भी आर्थिक और मानसिक बोझ…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 5, 2024
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