TIT Love Jihad Case Farhan Firing || Image- IBC24 News File
TIT Love Jihad Case Farhan Firing: भोपाल: टीआईटी लव जिहाद और रेप काण्ड के आरोपी फरहान के पैर में गोली लगी है। उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया है। पहले इसे शार्ट एनकाउंटर कहा जा रहा था लेकिन पुलिस ने इस बात से इंकार किया है।
अशोका गार्डन के थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव के मुताबिक़ वे कड़ी सुरक्षा के साथ फरहान को लेकर एक अन्य आरोपी अबरार की तलाश में जा रहे थे। फरहान ने रास्ते में टॉयलेट जाने की बात कही जिसकी वजह से इसको रास्ते में उतारा गया। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक प्रधान आरक्षक साथ में थे। इसी दौरान आरोपी फरहान ने सब इंस्पेक्टर का पिस्तौल छीनकर पुलिस पर पर फायर करने की कोशिश की, इससे उनके बेच छीना-झपटी हुई। इसी छीना झपटी में फरहान के पैरो में गोली लगी है। पुलिस ने कहा है कि, यह शार्ट एनकाउंटर नहीं था।
बता दें कि भोपाल में लव जिहाद के मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। दरिंदगी व हैवानियत के रोज खुलासे हो रहे हैं। इस बीच सकल हिंदू समाज की महिलाओं ने शुक्रवार को भोपाल में लव जिहाद के खिलाफ एक साथ 25 स्थानों पर प्रदर्शन कर विरोध जताया। इस विरोध प्रदर्शन में दर्जन भर से अधिक हिंदू संगठनों और हजारों की संख्या में महिलाओं ने भागीदारी की।
TIT Love Jihad Case Farhan Firing: सभी सामाजिक संगठनों और हिंदु युवतियों और महिलाओं ने एक स्वर में आवाज उठाई कि हम सब को मिलकर हिंदू युवतियों को लव जिहाद से बचाना होगा। लव जिहाद के पुतले को फांसी पर चढ़ाया गया और इनके आरोपियों को भी फांसी दिए जाने की मांग की गई है।
बता दें कि इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों-फरहान खान, साहिल, साद, अली खान, और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार, 2 मई 2025 को अली की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद उसे अशोका गार्डन पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 6 मई तक के लिए दोबारा रिमांड पर भेज दिया। अली की निशानदेही पर पुलिस उन स्थानों का सत्यापन कर रही है, जहां पीड़िताओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं। इसके साथ ही पुलिस ने कई अहम साक्ष्य भी जब्त किए हैं।
TIT Love Jihad Case Farhan Firing: पुलिस ने फरहान को हाल ही में इंदौर ले जाकर एक अन्य पीड़िता के साथ हुए दुष्कर्म के स्थान की शिनाख्त कराई। इंदौर में फरहान ने पीड़िता के घर के बाहर हंगामा किया था, जिसके बाद पीड़िता ने डायल 100 पर शिकायत की थी। हालांकि, उस समय इंदौर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। अब भोपाल पुलिस की जांच में इसकी पुष्टि हो चुकी है, और इंदौर से भी अहम सबूत जमा किए गए हैं।