Government employees cast their vote
भोपाल। Vidhansabha Chunav 2023 मध्यप्रदेश समेत देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐला हो गया है। ऐसे में सरकारी कर्मचारियों के चुनाव ड्यूटी लगता है। चुनाव को देखते हुए भोपाल कलेक्टर ने सभी अधिकारी, कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। जिसके बाद कई कर्मचारी और अधिकारी चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए ड्यूटी रद्द कराने के लिए आवेदन दिए हैं। जानकारी के अनुसार 200 से अधिक आवेदनों में कर्मचारियों ने बीमारी का कारण बताया है और चुनाव ड्यूटी को कैंसिल कराने की गुहार लगाई है।
Vidhansabha Chunav 2023 डिप्टी कलेक्टर खान के पास पहुंचे एक कर्मचारी ने कहा, रिजर्व दल में उसकी ड्यूटी लगाई गई है, लेकिन जहां वह नौकरी करता है। वहां प्रधानमंत्री मिशन से जुड़े काम होते हैं। जिस पर अधिकारी ने कहा कि आचार संहिता के दौरान मिशन से जुड़े कोई काम नहीं होते, इसलिए जिस समय ड्यूटी पर बुलाएं आ जाना, अभी अपना आवेदन वापस लेकर जाओ।
वहीं एक अधिकारी ने ड्यूटी रद्द कराने के लिए एडीएम अंकिता धाकरे से गुहार लगाया है। हैरानी की बात ये है कि उन्होंने चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए अपनी साली की शादी को वजह बताया है। उन्होंने कहा कि चुनावी तारीख में उनकी साली की शादी है और उसमें जाना जरुरी है। जिसका जवाब एडीएम अंकिता धाकरे ने कहा कि चुनावी ड्यूटी कीजिए। एडीएम की इस बात से अधिकारी रो पड़े और बोले की शादी में नहीं गया तो घर में क्लेश बढ़ जाएगा। उनकी हालत देखकर एडीएम भी पसीज गईं और अधिकारी को अपना आवेदन लेकर डिप्टी कलेक्टर के पास जमा करने के लिए भेज दिया।
आपको बता दें कि भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने चुनावी ड्यूटी निरस्त और अवकाश स्वीकृत करने की जिम्मेदारी एडीएम प्रकाश सिंह चौहान, अंकित धाकरे, भूपेन्द्र गोयल और डिप्टी कलेक्टर मुनोव्वर खान को दी है। इन अफसरों के ऑफिस के बाहर अब चुनावी ड्यूटी रद्द कराने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की कतार लग रही है। महिलाएं अपने नवजात बच्चों को गोद में लेकर पहुंच रहीं हैं तो कई मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर पहुंचे। इन अफसरों के पास चुनावी ड्यूटी रद्द कराने के लिए अब तक 250 से ज्यादा आवेदन पहुंच चुके हैं।