BJP की ‘शिव’ भक्ति! शिवालयों में अभिषेक करेंगे MP BJP नेता। ‘राम’ के बाद अब ‘शिव’!

BJP's 'Shiv' Bhakti! After 'Ram', MP BJP leader will do Abhishek in pagodas, now 'Shiv'!

Modified Date: November 29, 2022 / 08:47 pm IST
Published Date: October 29, 2021 10:54 pm IST

भोपालः आस्था के प्रतीक और प्रतीकों की पॉलिटिक्स.. बीजेपी को इसमें महारथ हासिल है। भगवान राम और राम मंदिर के एजेंडे को लेकर बीजेपी कई दशकों तक आगे बढ़ी और ये कहना गलत नहीं होगा कि राम मंदिर के मुद्दे पर ही वो सत्ता के सर्वोच्च शिखर पर काबिज हुई है। लेकिन बीजेपी अब भगवान शिव की भक्ति में भी लीन होने जा रही है।

read more :  जब सीएम से Anchor बने Bhupesh Baghel । CM के सवाल.. Hemant Soren के जवाब

बीजेपी के नेता अब जय श्रीराम के साथ के भोलेनाथ के जयकारे लगाते हुए नजर आयंगे। इसके लिए बीजेपी ने अपने सबसे बड़े ब्रांड एंबेसडर पीएम नरेंद्र मोदी का सहारा लिया है। नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम के विस्तारीकरण और चारो धामों के संस्थापक आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर बीजेपी मध्यप्रदेश में शिव आराधना कर पीएम मोदी और खुद को सबसे बड़ा शिव भक्त बताने में जुट गई है।

 ⁠

read more : गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के प्रोफेसर चक्रवाल ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से की मुलाकात

5 नवंबर को पीएम मोदी जब केदारनाथ धाम में पूजा करेंगे। उसी वक्त हजारों किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश में बीजेपी नेता शिव की भक्ति में रंगे नजर आएंगे। अब तक राम और राम मंदिर को लेकर बीजेपी अपने राजनीतिक आयोजनों को आगे बढ़ाती रही है पर अब बीजेपी के नेता शिवालयों में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करते नजर आएंगे।

read more : सीएम भूपेश बघेल ने खरीदा ढेकी का चावल, मुनगा पाउडर और शहद, सहज भाव से लोगों से मिलकर ली सेल्फी

बीजेपी के प्लान के मुताबिक़ 5 नवंबर को मध्यप्रदेश के प्रमुख मंदिरों में बीजेपी के नेता खुद मौजूद रहकर पीएम मोदी के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण करायेंगे। इसके लिए सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित बड़े नेताओं की ड्यूटी लगाईं जा रही है। हर जिले में दो शिवालयों का चयन किया गया है। हालांकि बीजेपी की शिव भक्ति से पहले खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सॉफ्ट हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ा चुके है..लेकिन कांग्रेस को बीजेपी की शिव भक्ति रास नहीं आ रही।

read more : गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के प्रोफेसर चक्रवाल ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से की मुलाकात

जाहिर है राम और राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी दशकों से राजनीति करती आई है। अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर के निर्माण का श्रेय बीजेपी ले भी रही है। अब सवाल है कि क्या राम मंदिर निर्माण के बाद सियासत में ये मुद्दा खत्म जाएगा। क्या यही वजह है कि राम के बजाय अब बीजेपी शिव की भक्ति में अपना राजनीतिक भविष्य तलाश रही है।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।