रायपुर : CG Ticket Formula : चुनाव जीतने के लिए सबसे जरूरी है एक दमदार कैंडिडेट को चुनाव मैदान में उतारा जाए। इस वक्त दलों के मुख्यालय में इसी को लेकर माथापच्ची जारी है। ये भी सौ फीसद सच है कि टिकट वितरण किसी भी दल के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि एक-एक टिकट के लिए कई-कई दावेदार सामने होते हैं। खासकर सत्तापक्ष के लिए ये चैलेंज काफी बड़ा होता है कि कुछ ऐसी ही दुविधा से जूझ रहा है कांग्रेसी खेमा। भाजपा अपनी पहली सूची जारी कर चुकी है। दूसरी का ऐलान कभी भी होने का दावा है, ऐसे में कांग्रेस की पहली सूची आखिर कब आएगी। क्या कोई दिक्कत है उसमें इसे लेकर भाजपा हर दिन कांग्रेस पर चुटकी ले रही है और बढ़त लेकर जीत का दावा भी कर रही है।
CG Ticket Formula : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सिलसिलेवार इन बैठकों के पीछे की वजह सत्ता में वापसी तो है ही, लेकिन इन बैठकों के जरिये वो फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। क्योंकि उसे डर है कि कहीं अंतर्कलह और भीतरघात से खेल न बिगड़ जाए। इसके लिए अब उसने नई रणनीति तैयार की है। मैराथन बैठकों का दौर जारी है और टिकट के लिए दावेदारों और कार्यकर्ताओं को अभी लंबा इंतजार करना होगा। क्योंकि पहली सूची सामने आते ही दावेदारों का गुस्सा फूटने की आशंका है। यही वजह है कि सर्वे रिपोर्ट्स से लेकर संभावित प्रत्याशियों के फीडबैक और स्थानीय समीकरणों पर पार्टी लगातार बैठक और चर्चा कर रही है। चुनाव समिति के बाद पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में रणनीति बनी। फिर पांच सीनियर नेताओं के बीच हुई बैठक में नामों पर मंत्रणा कर सिंगल और दो नाम वाली सीट को लिस्टेड किया गया। फिर भी टिकट पर सस्पेंस जारी है।
CG Ticket Formula :कांग्रेस में टिकट की कशमकश को लेकर सियासी सुर्खियां बनी हुई हैं। वहीं भाजपा को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल कह रहे हैं कि कांग्रेस की टिकट और मौत का कोई भरोसा नहीं है।
फिर से सत्ता में लौटने की चुनौती और पार्टी में दावेदारों की लंबी फौज और सबको संतुष्ट करना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। लिहाजा वो जल्दबाजी में सूची जारी कर कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है।