मिशन ‘विंध्य’! विंध्य की 30 विधानसभा सीटों पर बड़ी जीत के दावे कर रही कांग्रेस और बीजेपी
30 विधानसभा सीटों पर बड़ी जीत के दावे कर रही कांग्रेस और बीजेपी! Congress and BJP are claiming big victory in 30 assembly seats of Vindhya
रिपोर्ट- विजेन्द्र पाण्डेय, भोपाल: Congress and BJP mission 2023 मिशन 2023 की तैयारियों में जुटे सियासी दलों ने विंध्य अंचल को साधना शुरु कर दिया है। 30 विधानसभा सीटों के साथ प्रदेश की सरकारें बनाने या बिगाड़ने का माद्दा रखने वाले विंध्य में बूथ विस्तारक अभियान के जरिए बीजेपी के फोकस के बाद, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी रीवा में जनाक्रोश रैली के साथ विंध्य की सियासी जंग का आगाज़ कर दिया। अब विंध्य की 30 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों बड़ी जीत के दावे कर रही हैं। दोनों के दावों में कितना है दम, आज इसी की चर्चा करेंगे।
Congress and BJP मध्यप्रदेश में जैसे जैसे 2023 की परीक्षा पास आ रही है। वैसे-वैसे सियासी दलों ने सूबे के अलग-अलग इलाकों को साधना शुरु कर दिया है। इसका शंखनाद हुआ है विंध्य अंचल से, जहां की 30 विधानसभा सीटें अपने अलग मिजाज़ से सूबे की सत्ता बनाती भी आईं हैं और बिगाड़ती भी बीजेपी ने हाल ही में हर बूथ पर 51 फीसदी वोट के लक्ष्य के साथ बूथ विस्तारक अभियान के जरिए विंध्य पर ख़ास फोकस किया था। सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इलाके के दौरे करते नज़र आए थे। अब कांग्रेस की तरफ से खुद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मोर्चा संभाल है। शनिवार को रीवा में विशाल जनाक्रोश सभा को संबोधित कर कमलनाथ ने विंध्य में सियासी जंग का आगाज़ कर दिया।
दरअसल पिछले विधानसभा चुनाव में विंध्य में कमज़ोर परफॉर्मेंस की वजह से ही कांग्रेस बहुमत की सरकार बनाने से चूक गई थी। 2013 के विधानसभा चुनाव में मिली 12 सीटों के मुकाबले 2018 में कांग्रेस को विंध्य की 30 में से सिर्फ 6 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि बीजेपी ने 24 सीटों पर कब्जा किया था। चुनाव नतीजों के बाद कमलनाथ ने विंध्य के परफॉर्मेंस पर ही सबसे ज्यादा असंतोष जताया था। इसलिए बीजेपी को पटखनी देने कमलनाथ ने विंध्य से ही चुनावी शंखनाद किया है। मिशन 2023 के लिए विंध्य से शुरु हुए कांग्रेस के नए अभियान पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों मुखर हैं।
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विंध्य में भले कांग्रेस का जनाधार तेजी से कम हुआ हो, लेकिन बीते उपचुनाव में रैगांव सीट पर जीत से कांग्रेस का मनोबल ऊंचा है। रैगांव से मिली संजीवनी से कांग्रेस, विंध्य में अपना परफॉर्मेंस सुधरने की उम्मीद में हैं। रैगांव उपचुनाव में हार के बाद विंध्य में अपने 6 मंडलम अध्यक्ष बदलने जैसे संगठनात्मक फैसले ले चुके बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी 2023 में विंध्य का परफॉर्मेंस बरकरार रखना चाहते हैं। लेकिन विधायक नारायण त्रिपाठी के अलग विंध्य प्रदेश अभियान के चलते उनकी भी मुश्किलें कम नहीं हैं। कुल मिलाकर विंध्य की 30 सीटों पर जो बढ़त लेने में सफल रहेगा, उसकी सरकार बनने के चांसेस ज्यादा रहेंगे ये तो तय है।

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