अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को मुआवजा न मिलने के विरोध में कांग्रेस ने मप्र विस से किया बहिर्गमन

अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को मुआवजा न मिलने के विरोध में कांग्रेस ने मप्र विस से किया बहिर्गमन

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  • Publish Date - December 4, 2025 / 05:44 PM IST,
    Updated On - December 4, 2025 / 05:44 PM IST

भोपाल, चार दिसंबर (भाषा) कांग्रेस ने मध्यप्रदेश सरकार पर अतिवृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के लिए ग्वालियर-चंबल संभाग के किसानों को मुआवजा ना देने का आरोप बृहस्पतिवार को लगाते हुए राज्य विधानसभा से बहिर्गमन किया।

शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सत्र की बैठक आरंभ होने से पहले जुन्नारदेव से कांग्रेस विधायक सुनील उइके बंदर की वेशभूषा में और एक पोस्टर लेकर विधानसभा परिसर पहुंचे। उन्हें उस्तरा जैसी चीजें भी ले जाते हुए देखा गया, जिन्हें उन्होंने सरकार और व्यवस्था का प्रतीक बताया।

विपक्ष के नेता उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने विधानसभा भवन के प्रवेश द्वार के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे बैठ कर तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

विपक्ष के नेता ने राज्य में स्थिति की तुलना हिंदी की प्रसिद्ध कहावत ‘बंदर के हाथ में उस्तरा’ से की और कहा कि सरकार को अब सुधर जाना चाहिए।

सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद कांग्रेस विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनमें से कई को अब तक कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली है।

श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने शिकायत की कि उनके जिले में किसानों को राहत नहीं मिली है।

उन्होंने कहा कि मुआवजे के रूप में 16,000 रुपये प्रति हेक्टेयर प्रदान किए जाने थे, लेकिन यह राशि कई किसानों के खातों में नहीं पहुंची है।

हालांकि, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने इस आरोप से इनकार किया।

सदन के नेता और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सरकार पीड़ित किसानों को मुआवजा और अन्य सहायता प्रदान कर रही है।

उन्होंने कहा कि अतीत में कांग्रेस की सरकारों द्वारा दी जाने वाली सहायता की तुलना में वर्तमान सरकार कई गुना अधिक मुआवजा और अन्य सहायता दे रही है।

यादव ने यह भी कहा कि किसानों को पहले प्रति हेक्टेयर केवल 3,000 रुपये का मुआवजा मिलता था जिसे अब बढ़ाकर 16,000 रुपये कर दिया गया है।

इस पर सिंघार ने आपत्ति जताते हुए कहा कि विपक्ष मौजूदा परिदृश्य पर जवाब चाहता है न कि अतीत के बारे में। उन्होंने कहा कि सरकार अपने कर्तव्य से भाग नहीं सकती।

इस दौरान, सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला, जिसके बाद कांग्रेस के सदस्य सदन से बाहर चले गए।

इससे पहले, सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में किसानों को मुआवजा नहीं मिलने को लेकर सरकार से सवाल किया।

उन्होंने यह भी कहा कि मुरैना के किसान मुकेश गुर्जर और श्योपुर के एक अन्य किसान ने फसलों को हुए नुकसान के बाद कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।

भाषा ब्रजेन्द्र

नोमान

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