Damoh News: दमोह में ब्यारमा नदी का तांडव, डेढ़ दर्जन से अधिक गांव जलमग्न, 170 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर बचाया

Damoh News: दमोह में ब्यारमा नदी का तांडव, डेढ़ दर्जन से अधिक गांव जलमग्न, 170 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर बचाया Byarma river in spate

Damoh News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • ब्यारमा नदी का कहर,
  • डेढ़ दर्जन गांव जलमग्न,
  • 170 से अधिक लोगों का रेस्क्यू, 

दमोह: Damoh News: जिले में बीते दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेंदूखेड़ा और तारादेही क्षेत्र में हालात सबसे ज्यादा गंभीर बने हुए हैं, जहां ब्यारमा नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। ब्यारमा नदी के उफान से तेंदूखेड़ा और तारादेही क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं।

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Damoh News: हालात की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार सुबह करीब 4 बजे से जिला प्रशासन और रेस्क्यू टीमें एक्टिव हो गईं। एसडीआरएफ (SDRF) की टीमों ने तेजी से राहत एवं बचाव कार्य शुरू करते हुए अब तक 170 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर नजदीकी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। प्रशासन द्वारा इनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई है।

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Damoh News: सूत्रों के अनुसार, सागर जिले के रहली के पास बादल फटने की वजह से ब्यारमा नदी का जलस्तर अचानक तेजी से बढ़ा। नतीजतन, ब्यारमा नदी का प्रवाह जहां-जहां से गुजरा, वहां कई गांवों को जलसमाधि में डुबो दिया।

Damoh News: दमोह को पन्ना जिले से जोड़ने वाला गैसबाद पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, वहीं तेंदूखेड़ा के झापन पुल को भी ब्यारमा नदी की तेज धार बहाकर ले गई। इससे पन्ना, कटनी और जबलपुर जैसे जिलों से संपर्क मार्ग पूरी तरह बंद हो गए हैं। रास्तों में फंसे यात्री बेहद परेशान नजर आ रहे हैं।

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Damoh News: वही इस दौरान कुछ इलाकों मे जिले कि पटेरा पुलिस कि भी बड़ी लापरवाही नजर आई,जहा कोटा के पास ब्यारमा नदी के उफान पर होने के बाद भी छोटे छोटे बच्चे नदी के बढ़ते पानी मे खेलते नजर आये, मगर मोके पर कोई भी पुलिस का जबान उन्हें रोकने के लिए मजूद नजर नहीं आया, जो कही न कही चिंता का विषय बना हुआ है, हालांकि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, लेकिन अभी भी स्थिति सामान्य नहीं कही जा सकती। प्रशासन लगातार प्रभावित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है।

"दमोह बाढ़ राहत" के तहत कितने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है?

दमोह जिले में SDRF और प्रशासन की मदद से अब तक 170 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और ऊँचाई वाले स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।

"ब्यारमा नदी बाढ़" का कारण क्या रहा?

ब्यारमा नदी में आई बाढ़ का मुख्य कारण सागर जिले के रहली क्षेत्र में बादल फटना बताया जा रहा है, जिससे जलस्तर तेजी से बढ़ा।

क्या "गैसबाद पुल क्षतिग्रस्त" होने से अन्य जिलों से संपर्क टूटा है?

जी हाँ, गैसबाद पुल के बह जाने और झापन पुल के टूटने से पन्ना, कटनी और जबलपुर जैसे जिलों से सड़क संपर्क पूरी तरह बंद हो गया है।

"SDRF दमोह रेस्क्यू ऑपरेशन" अभी भी जारी है क्या?

हाँ, SDRF की टीमें लगातार प्रभावित गांवों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं और स्थिति पर प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है।

"पटेरा पुलिस लापरवाही" को लेकर क्या कोई कार्रवाई हुई है?

फिलहाल पटेरा पुलिस की लापरवाही पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया गया है और सतर्कता बढ़ाई गई है।