Reported By: Jitendra Kumar Goutam
,Damoh News/Image Source: IBC24
दमोह: Damoh News: जिले में बीते दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेंदूखेड़ा और तारादेही क्षेत्र में हालात सबसे ज्यादा गंभीर बने हुए हैं, जहां ब्यारमा नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। ब्यारमा नदी के उफान से तेंदूखेड़ा और तारादेही क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं।
Damoh News: हालात की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार सुबह करीब 4 बजे से जिला प्रशासन और रेस्क्यू टीमें एक्टिव हो गईं। एसडीआरएफ (SDRF) की टीमों ने तेजी से राहत एवं बचाव कार्य शुरू करते हुए अब तक 170 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर नजदीकी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। प्रशासन द्वारा इनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई है।
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Damoh News: सूत्रों के अनुसार, सागर जिले के रहली के पास बादल फटने की वजह से ब्यारमा नदी का जलस्तर अचानक तेजी से बढ़ा। नतीजतन, ब्यारमा नदी का प्रवाह जहां-जहां से गुजरा, वहां कई गांवों को जलसमाधि में डुबो दिया।
Damoh News: दमोह को पन्ना जिले से जोड़ने वाला गैसबाद पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, वहीं तेंदूखेड़ा के झापन पुल को भी ब्यारमा नदी की तेज धार बहाकर ले गई। इससे पन्ना, कटनी और जबलपुर जैसे जिलों से संपर्क मार्ग पूरी तरह बंद हो गए हैं। रास्तों में फंसे यात्री बेहद परेशान नजर आ रहे हैं।
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Damoh News: वही इस दौरान कुछ इलाकों मे जिले कि पटेरा पुलिस कि भी बड़ी लापरवाही नजर आई,जहा कोटा के पास ब्यारमा नदी के उफान पर होने के बाद भी छोटे छोटे बच्चे नदी के बढ़ते पानी मे खेलते नजर आये, मगर मोके पर कोई भी पुलिस का जबान उन्हें रोकने के लिए मजूद नजर नहीं आया, जो कही न कही चिंता का विषय बना हुआ है, हालांकि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, लेकिन अभी भी स्थिति सामान्य नहीं कही जा सकती। प्रशासन लगातार प्रभावित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है।