Reported By: Indresh Suryavanshi
,Winter Solstice 2025
उज्जैन: Winter Solstice 2025 22 दिसंबर को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना के चलते उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होगी। इस दिन दिन की अवधि 10 घंटे 41 मिनट और रात की अवधि 13 घंटे 19 मिनट रहेगी। यह स्थिति सूर्य के मकर रेखा पर लंबवत होने के कारण बनती है। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर परिभ्रमण करने के कारण हर वर्ष 22 दिसंबर को सूर्य मकर रेखा पर लंबवत होता है।
इस दिन सूर्य की क्रांति 23 अंश 26 कला 15 विकला दक्षिण होती है। उन्होंने बताया कि इस खगोलीय स्थिति के कारण भारत सहित उत्तरी गोलार्ध में स्थित देशों में दिन सबसे छोटा और रात सबसे लंबी होती है। उज्जैन में 22 दिसंबर को सूर्योदय सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर तथा सूर्यास्त शाम 5 बजकर 46 मिनट पर होगा। डॉ. गुप्त के अनुसार, 22 दिसंबर को सूर्य सायन मकर राशि में प्रवेश करेगा। इसके साथ ही सूर्य की गति उत्तर दिशा की ओर प्रारंभ हो जाएगी, जिसे सायन उत्तरायण की शुरुआत कहा जाता है।
उत्तरायण प्रारंभ होने के बाद उत्तरी गोलार्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े और रातें छोटी होने लगेंगी। उन्होंने आगे बताया कि 21 मार्च 2026 को सूर्य विषुवत रेखा पर लंबवत होगा, जिससे दिन और रात की अवधि बराबर हो जाएगी। 22 दिसंबर की इस खगोलीय घटना को शासकीय जीवाजी वेधशाला में शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है, यदि मौसम साफ और धूप खिली रही। इस दौरान शंकु की छाया सबसे लंबी होकर पूरे दिन मकर रेखा पर गमन करती हुई दिखाई देगी।