शादी से पहले कराया गया युवतियों का प्रेग्नेंसी टेस्ट! कांग्रेस बोली- बेटियों का अपमान, BJP ने आरोपों को बताया गलत

Pregnancy test for girls before marriage: मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुया सामूहिक विवाह विवादों के घेरे में आ गया है। यहां सामूहिक विवाह से पहले युवतियों के स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने का मामला सामने आया है।

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  • Publish Date - April 23, 2023 / 10:20 PM IST,
    Updated On - April 23, 2023 / 10:20 PM IST

Pregnancy Test in Kanyadan Yojana

Pregnancy Test in Kanyadan Yojana: डिंडोरी। मध्यप्रदेश के डिंडोरी में कन्या विवाह योजना की हितग्राही महिलाओं का प्रग्नेंसी टेस्ट कराये जाने से सूबे में सियासत तेज़ हो गई है। कांग्रेस ने सरकार पर गंभीर लापरवाही करने और महिलाओं की निजता भंग करने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने प्रेग्नेंसी टेस्ट करने वाले और कराने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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वहीं मध्यप्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रेग्नेंसी टेस्ट के आरोपों से इंकार किया है। वीडी शर्मा ने कलेक्टर द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बताया कि महिलाओं का शादी के पहले सिकल सेल ऐनिमिया का टेस्ट कराया गया था। वीडी शर्मा ने पूरे मामले की जांच की बात की है।

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युवतियों के स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर प्रेग्नेंसी टेस्ट

Pregnancy test for girls before marriage: बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुया सामूहिक विवाह विवादों के घेरे में आ गया है। यहां सामूहिक विवाह से पहले युवतियों के स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने का मामला सामने आया है। इस योजना के लिए कई लोगों ने आवेदन किया था, लेकिन 219 जोड़ों को ही इसका लाभ मिल पाया है। प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आने पर जोड़ों के नाम लिस्ट से हटा दिए गए। कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे युवतियों की निजता का हनन बताया है।

Pregnancy Test in Kanyadan Yojana: इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा- डिंडोरी में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत किए जाने वाले सामूहिक विवाह में 200 से अधिक बेटियों का प्रेग्नेसी टेस्ट कराई जाने का समाचार सामने आया है। मैं सीएम से जानना चाहता हूं कि क्या यह समाचार सत्य है? यदि यह समाचार सत्य है तो यह तो मध्य प्रदेश की बेटियों का घोर अपमान किसके आदेश पर किया गया ? सीएम की निगाह में गरीब और आदिवासी सामुदाय की बेटियों की कोई मान मर्यादा नहीं है क्या?