सीधी पेशाब प्रकरण: कांग्रेस ने दलितों, आदिवासियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर प्रदर्शन किया

सीधी पेशाब प्रकरण: कांग्रेस ने दलितों, आदिवासियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर प्रदर्शन किया

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  • Publish Date - July 8, 2023 / 10:09 PM IST,
    Updated On - July 8, 2023 / 10:09 PM IST

भोपाल, आठ जुलाई (भाषा) कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अपराधों की संख्या में लगातार वृद्धि का आरोप लगाते हुए शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं द्वारा यहां न्यू मार्केट इलाके में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फूंकने की योजना को पुलिस ने विफल कर दिया।

मंगलवार को सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर पेशाब करते हुए प्रवेश शुक्ला नाम के व्यक्ति का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश फैल गया।

मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

प्रकोष्ठ के प्रमुख प्रदीप अहिरवार ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया, ‘‘हमें लिंक रोड पर रेड क्रॉस अस्पताल क्रॉसिंग के पास पुलिस ने रोक दिया। पुलिस ने हमें न्यू मार्केट तक मार्च करने से रोकने के लिए बैरिकेड् लगा दिए थे। हालांकि, हमने धरना दिया और वहीं चौहान का पुतला फूंका।’’

अहिरवार ने दावा किया कि कांग्रेस के 40 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और बाद में रिहा कर दिया गया।

वहीं, हबीबगंज क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त वीरेंद्र मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने मुख्यमंत्री का पुतला जलाने के प्रयास को विफल कर दिया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया।

अहिरवार ने आरोप लगाया, ‘‘शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली भाजपा सरकार में दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अपराध और अत्याचार बढ़ गए हैं। सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब की घटना इसका एक भयावह उदाहरण है।’’

अहिरवार ने दावा किया कि हाल में शिवपुरी जिले के वरखाड़ी गांव में सात लोगों ने दो दलितों के साथ मारपीट की, उनके चेहरे पर कालिख पोत दी और जूतों की माला पहनाई। वहीं, शुक्रवार को लोकायुक्त पुलिस ने आदिवासियों की जमीन की बिक्री में अनियमितता के आरोप में तीन आईएएस अधिकारियों पर मामला दर्ज किया है।

उन्होंने कहा कि जब तक दलितों और आदिवासियों के खिलाफ ज्यादती बंद नहीं हो जाती कांग्रेस विरोध जारी रखेगी।

भाषा दिमो शफीक

शफीक