BJP MLA Pannalal Shakya Statement: “गरीब की लुगाई, गांव की भौजाई… कोई पूछता नहीं” अफसरशाही पर फूट पड़ा बीजेपी विधायक का गुस्सा

गरीब की लुगाई, गांव की भौजाई… कोई पूछता नहीं...BJP MLA Pannalal Shakya Statement: "Poor man's wife, village's Bhojai...no one cares

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  • Publish Date - May 15, 2025 / 03:08 PM IST,
    Updated On - May 15, 2025 / 03:27 PM IST

BJP MLA Pannalal Shakya Statement | Image Source | IBC24

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गुना: BJP MLA Pannalal Shakya Statement:  गुना से भारतीय जनता पार्टी के विधायक पन्नालाल शाक्य ने सिस्टम की उपेक्षा को लेकर खुलकर नाराज़गी जताई है। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उनका दर्द जुबान पर कुछ इस तरह छलका कि वे कह उठे की गरीब की लुगाई, गांव की भौजाई… कोई पूछता नहीं। मैं आरक्षित सीट से विधायक हूं इसलिए सिस्टम भी अनसुनी कर देता है।

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BJP MLA Pannalal Shakya Statement:  विधायक शाक्य ने कहा कि वे जनता की आवाज़ को शासन-प्रशासन तक पहुंचाना चाहते हैं लेकिन अफसरशाही का रवैया बेहद उदासीन है। उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा की अगर मैं सामान्य सीट से विधायक होता, तो शायद मेरी सुनवाई होती।

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BJP MLA Pannalal Shakya Statement:  पन्नालाल शाक्य ने गुना को नगर निगम बनाए जाने के फैसले पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में 36 गांवों को शामिल करने की योजना थी जिसमें हरिपुर गांव भी था। लेकिन कुछ रसूखदारों के दबाव में हरिपुर को बाहर कर दिया गया।

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BJP MLA Pannalal Shakya Statement:  विधायक ने दावा किया कि गांव के लोग नगर निगम में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को इस पूरे मामले से अवगत कराने की बात कही है। शाक्य ने आरोप लगाया कि हरिपुर के कई सरकारी भवनों पर रसूखदारों ने अवैध कब्जा कर लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि गांव की सरपंच ने सहमति नहीं दी जिससे पूरा मामला उलझ गया है। हरिपुर के ग्रामीणों ने भी मामले में नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें कोई नहीं सुनता। प्रशासनिक निर्णयों में आम जनता की भावनाओं की अनदेखी की जा रही है।

"गुना नगर निगम" में हरिपुर गांव को क्यों नहीं जोड़ा गया?

हरिपुर गांव को गुना नगर निगम में शामिल करने की योजना थी, लेकिन विधायक पन्नालाल शाक्य के अनुसार, कुछ रसूखदार लोगों के दबाव में प्रशासन ने इसे बाहर कर दिया।

क्या "पन्नालाल शाक्य" की शिकायतें मुख्यमंत्री तक पहुंचाई गई हैं?

जी हां, विधायक शाक्य ने कहा है कि वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को इस मामले की जानकारी देंगे और जनता की आवाज़ को शासन तक पहुंचाएंगे।

"हरिपुर गांव" के लोग नगर निगम में शामिल क्यों होना चाहते हैं?

गांव के लोगों का मानना है कि नगर निगम में शामिल होने से विकास कार्यों में तेजी आएगी और बुनियादी सुविधाएं बेहतर होंगी।

क्या "आरक्षित सीट से विधायक" होने के कारण उनकी अनदेखी की जा रही है?

विधायक पन्नालाल शाक्य का आरोप है कि उन्हें आरक्षित सीट से चुने जाने के कारण सिस्टम में उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया जाता।

"हरिपुर गांव" में सरकारी संपत्तियों पर अवैध कब्जे को लेकर क्या कार्रवाई हुई है?

विधायक के अनुसार, हरिपुर में कई सरकारी भवनों पर रसूखदारों ने अवैध कब्जा किया है। उन्होंने इस मामले को भी प्रशासन के संज्ञान में लाने की बात कही है।