Publish Date - July 9, 2025 / 06:16 PM IST,
Updated On - July 9, 2025 / 06:16 PM IST
Kedarnath Temple Guna | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
"प्रकृति की गोद में फिर गूंजेगी भक्ति:
गुना के केदारनाथ मंदिर के पट खुलने की उम्मीद,
सिंधिया ने लिखा कलेक्टर को पत्र,
Guna News : Kedarnath Temple Guna: हिन्दुओं की आस्था का केंद्र और क्षेत्र का अति प्राचीन धार्मिक स्थल प्रकृति की गोद में बस केदारनाथ मंदिर आम जनता के लिए एक बार फिर खुलने की तैयारी में है। पिछले वर्ष चट्टान के झुकाव और संभावित हादसे की आशंका के चलते मंदिर गुफा तक श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था।
Kedarnath Temple Guna: अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए गुना कलेक्टर को पत्र लिखा है। और जल्द तकनीकी समाधान निकालने की बात कही है। सूत्रों की मानें तो श्रावण मास शुरू होने से पहले मंदिर के पट खोले जाने की प्रबल संभावना बन रही है। गौरतलब है कि समाजसेवी राजेश अग्रवाल ने इस विषय पर पहल करते हुए केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर मंदिर के दोबारा दर्शन शुरू कराने की मांग की थी। Guna news
Kedarnath Temple Guna: इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है और तकनीकी टीम से रिपोर्ट ली जा रही है। अब श्रद्धालुओं को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें फिर से केदारनाथ बाबा के दर्शन का सौभाग्य मिल सकेगा। Guna news
केदारनाथ मंदिर गुना कब से आम श्रद्धालुओं के लिए खुल रहा है?
प्रशासन और तकनीकी जांच के अनुसार, श्रावण मास शुरू होने से पहले केदारनाथ मंदिर गुना के पट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने की संभावना है।
केदारनाथ मंदिर गुना को क्यों बंद किया गया था?
वर्ष 2024 में केदारनाथ मंदिर गुना क्षेत्र में चट्टान के झुकाव और संभावित दुर्घटना की आशंका के कारण श्रद्धालुओं का प्रवेश गुफा तक प्रतिबंधित कर दिया गया था।
क्या केदारनाथ मंदिर गुना फिर से सुरक्षित है?
इस विषय पर तकनीकी टीम द्वारा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सुरक्षा सुनिश्चित होने पर केदारनाथ मंदिर गुना को दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा।
केदारनाथ मंदिर गुना कहाँ स्थित है और कैसे पहुँचा जा सकता है?
केदारनाथ मंदिर गुना मध्यप्रदेश के गुना जिले में स्थित है और यह एक प्रमुख प्राचीन धार्मिक स्थल है। यह स्थल प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
केदारनाथ मंदिर गुना के दोबारा खुलने में किसका योगदान है?
समाजसेवी राजेश अग्रवाल की पहल और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पत्र के बाद प्रशासन ने मंदिर खोलने की प्रक्रिया को गति दी है।