Girl Safety Police Action: अब मनचलों की खैर नहीं! महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठाया बड़ा कदम, इन 50 जगहों पर तैनात रहेंगी सादी वर्दी में महिला पुलिस
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठाया बड़ा कदम...Girl Safety Police Action: Now there is no mercy for the miscreants! A big step taken for the
Girl Safety Police Action | Image Source | IBC24
- महिला सुरक्षा को लेकर ग्वालियर पुलिस अलर्ट,
- 50 संवेदनशील स्थानों पर तैनात होंगी सादी वर्दी में पुलिसकर्मी,
- हर महीने औसतन 100 महिलाएं बनती हैं प्रताड़ना का शिकार,
ग्वालियर: Girl Safety Police Action: मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाली छेड़छाड़ और उत्पीड़न की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए पुलिस एक बार फिर एक्शन मोड में है। शहर के 50 चिन्हित हॉटस्पॉट और आसपास के 5 अंचल क्षेत्र अब पुलिस की खास निगरानी में रहेंगे। इन स्थानों पर सादी वर्दी में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है जो मनचलों पर पैनी नजर रखेंगी। साथ ही ‘ऊर्जा डेस्क’ की टीमें भी लगातार दबिश देकर संदिग्ध गतिविधियों पर अंकुश लगाएंगी।
हर महीने औसतन 100 महिलाएं बनती हैं प्रताड़ना का शिकार
Girl Safety Police Action: ग्वालियर पुलिस द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक, हर महीने औसतन 100 महिलाओं को किसी न किसी रूप में प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। महिला हेल्पलाइन और डायल-100 पर प्राप्त शिकायतों, तथा बीते तीन साल के आंकड़ों के आधार पर इन हॉटस्पॉट्स की पहचान की गई है। इनमें स्कूल, कॉलेज, बाजार, बस स्टॉप, पार्क और सुनसान रास्ते शामिल हैं।
महिला पुलिस और ऊर्जा डेस्क की विशेष तैनाती
Girl Safety Police Action: एसपी धर्मवीर सिंह ने जानकारी दी कि पुलिस ने इन संवेदनशील क्षेत्रों में सादी वर्दी में महिला पुलिस बल तैनात कर दिया है। अभियान की शुरुआत फिलहाल 7 दिनों के लिए की गई है, जिसकी समीक्षा के बाद इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। एसपी ने यह भी कहा कि छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।
सर्वे से निकाले गए हॉटस्पॉट
Girl Safety Police Action: महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महिला बाल विकास विभाग और जीवाजी विश्वविद्यालय के एमएसडब्ल्यू विभाग के 27 विद्यार्थियों ने इंटर्नशिप के दौरान सर्वेक्षण कर 50 हॉटस्पॉट चिन्हित किए। इस काम में शौर्य दल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एनजीओ और अन्य संस्थाएं भी शामिल रहीं।

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