Gwalior News/ image source: IBC24
Gwalior News: ग्वालियर: ग्वालियर के गोला का मंदिर क्षेत्र की प्रीतम विहार कॉलोनी में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। मकान में रखे गेहूं को कीटों से बचाने के लिए सल्फास की गोलियां डालने के चलते 4 साल के मासूम वैभव की मौत हो गई। मकान मालिक ने 250 क्विंटल गेहूं को घुन से बचाने के लिए बोरियों में 50 सल्फास गोलियां डाल दी थीं। रात में घर में यह गैस फैल गई और ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले किराएदार सत्येंद्र शर्मा, पत्नी रजनी, बेटी छाया (13) और बेटे वैभव बेहोश हो गए। चारों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने वैभव को मृत घोषित कर दिया। माता-पिता और बहन की हालत गंभीर बनी हुई है।
सल्फास की गोली से एक और मौत, https://t.co/HNB2aQpXga
— IBC24 News (@IBC24News) November 4, 2025
Gwalior News: मूल रूप से भिंड के मालनपुर टूडीला गांव निवासी सत्येंद्र शर्मा (51) ग्वालियर के महाराजपुरा इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्री में काम करते हैं। वे अपने परिवार के साथ किसान कृष्ण यादव के मकान में किराए पर रहते थे। यह मकान तीन मंजिला है, जिसमें सत्येंद्र का परिवार ग्राउंड फ्लोर पर, बुंदेला परिवार बीच वाले फ्लोर पर और मकान मालिक कृष्ण यादव तीसरी मंजिल पर रहते थे। मकान मालिक ने अपनी गैलरी में 250 क्विंटल गेहूं रखा था, जिस पर सल्फास की गोलियां डाल दी गईं।
प्रारंभिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वैभव की मौत दम घुटने के कारण हुई बताई गई है। घटना के बाद मकान को प्रशासन ने सील कर दिया है। यह घटना स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए चेतावनी स्वरूप है कि सल्फास जैसी खतरनाक कीटनाशक दवाओं का खुला और गलत उपयोग जानलेवा हो सकता है।
Gwalior News: सल्फास एक खतरनाक धूम्रक कीटनाशक है, जिसे सीधे किसानों को बेचना प्रतिबंधित है। इसे केवल वेयरहाउस संचालकों को दिया जाता है ताकि बड़ी मात्रा में रखे गेहूं को सुरक्षित रखा जा सके। नमी या पानी के संपर्क में आने पर सल्फास फॉस्फीन गैस छोड़ती है, जो इंसान के किडनी, लिवर, हार्ट और नर्वस सिस्टम पर हमला कर सकती है और मौत का कारण बन सकती है।
Gwalior News: स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। इस घटना ने न केवल परिवार को बर्बाद कर दिया, बल्कि पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि सल्फास जैसी दवाओं का उपयोग केवल विशेषज्ञों की देखरेख में ही होना चाहिए, अन्यथा इसके परिणाम जानलेवा हो सकते हैं।
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