Gwalior News: गेहूं बचाने की कोशिश में मकान मालिक ने कर डाली ऐसी हरकत, किरायेदार परिवार की रातों-रात बिगड़ी तबियत, 4 साल के मासूम की गई जान…

ग्वालियर के गोला का मंदिर क्षेत्र की प्रीतम विहार कॉलोनी में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पूरा मामला क्या है चलिए विस्तार से बताते हैं...

  •  
  • Publish Date - November 4, 2025 / 01:09 PM IST,
    Updated On - November 4, 2025 / 01:52 PM IST

Gwalior News/ image source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • गोला का मंदिर क्षेत्र, प्रीतम विहार कॉलोनी में 4 साल के मासूम वैभव की मौत।
  • मकान मालिक ने 250 क्विंटल गेहूं में सल्फास की 50 गोलियां डालीं, जिससे जहरीली गैस फैली।
  • ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले सत्येंद्र शर्मा का परिवार गंभीर रूप से घायल।

Gwalior News: ग्वालियर: ग्वालियर के गोला का मंदिर क्षेत्र की प्रीतम विहार कॉलोनी में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। मकान में रखे गेहूं को कीटों से बचाने के लिए सल्फास की गोलियां डालने के चलते 4 साल के मासूम वैभव की मौत हो गई। मकान मालिक ने 250 क्विंटल गेहूं को घुन से बचाने के लिए बोरियों में 50 सल्फास गोलियां डाल दी थीं। रात में घर में यह गैस फैल गई और ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले किराएदार सत्येंद्र शर्मा, पत्नी रजनी, बेटी छाया (13) और बेटे वैभव बेहोश हो गए। चारों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने वैभव को मृत घोषित कर दिया। माता-पिता और बहन की हालत गंभीर बनी हुई है।

क्या है पूरा मामला?

Gwalior News: मूल रूप से भिंड के मालनपुर टूडीला गांव निवासी सत्येंद्र शर्मा (51) ग्वालियर के महाराजपुरा इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्री में काम करते हैं। वे अपने परिवार के साथ किसान कृष्ण यादव के मकान में किराए पर रहते थे। यह मकान तीन मंजिला है, जिसमें सत्येंद्र का परिवार ग्राउंड फ्लोर पर, बुंदेला परिवार बीच वाले फ्लोर पर और मकान मालिक कृष्ण यादव तीसरी मंजिल पर रहते थे। मकान मालिक ने अपनी गैलरी में 250 क्विंटल गेहूं रखा था, जिस पर सल्फास की गोलियां डाल दी गईं।

प्रारंभिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वैभव की मौत दम घुटने के कारण हुई बताई गई है। घटना के बाद मकान को प्रशासन ने सील कर दिया है। यह घटना स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए चेतावनी स्वरूप है कि सल्फास जैसी खतरनाक कीटनाशक दवाओं का खुला और गलत उपयोग जानलेवा हो सकता है।

क्या है सल्फास ?

Gwalior News: सल्फास एक खतरनाक धूम्रक कीटनाशक है, जिसे सीधे किसानों को बेचना प्रतिबंधित है। इसे केवल वेयरहाउस संचालकों को दिया जाता है ताकि बड़ी मात्रा में रखे गेहूं को सुरक्षित रखा जा सके। नमी या पानी के संपर्क में आने पर सल्फास फॉस्फीन गैस छोड़ती है, जो इंसान के किडनी, लिवर, हार्ट और नर्वस सिस्टम पर हमला कर सकती है और मौत का कारण बन सकती है।

विशेषज्ञों का इस मामले में क्या कहना है ?

Gwalior News: स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। इस घटना ने न केवल परिवार को बर्बाद कर दिया, बल्कि पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि सल्फास जैसी दवाओं का उपयोग केवल विशेषज्ञों की देखरेख में ही होना चाहिए, अन्यथा इसके परिणाम जानलेवा हो सकते हैं।

इन्हें भी पढ़ें :-

यह हादसा कहां हुआ?

यह घटना ग्वालियर के गोला का मंदिर क्षेत्र की प्रीतम विहार कॉलोनी में हुई।

बच्चे की मौत का कारण क्या था?

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सल्फास की गोलियों से बनी फॉस्फीन गैस के कारण दम घुटने से वैभव की मौत हुई।

परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित हैं?

सत्येंद्र शर्मा, पत्नी रजनी और बेटी छाया अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।