Ram Van Gaman Path: भगवान राम की मूर्ति का वनवासी स्वरूप.. अब छत्तीसगढ़ नहीं, इस राज्य में होगी स्थापना, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

Ram Van Gaman Path: भगवान राम की मूर्ति का वनवासी स्वरूप.. अब छत्तीसगढ़ नहीं, इस राज्य में होगी स्थापना, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

Ram Van Gaman Path: भगवान राम की मूर्ति का वनवासी स्वरूप.. अब छत्तीसगढ़ नहीं, इस राज्य में होगी स्थापना, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

Ram Van Gaman Path/Image Source: IBC24

Modified Date: November 17, 2025 / 06:11 pm IST
Published Date: November 17, 2025 6:09 pm IST
HIGHLIGHTS
  • रायपुर की जगह मुरैना
  • भगवान राम की प्रतिमा का अनोखा स्थानांतरण
  • वजह है प्रशासनिक लापरवाही

ग्वालियर: Ram Van Gaman Path: छत्तीसगढ़ में राम गमन पथ के लिए बीते एक साल से तैयार की जा रही भगवान राम की 41 फुट ऊँची प्रतिमा अब मुरैना के शनिश्चरा धाम में स्थापित की जाएगी। मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि निरीक्षण हो जाने के बावजूद अभी तक भुगतान न होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। यह प्रतिमा पहले रायपुर जाने वाली थी।

41 फुट की राम प्रतिमा रायपुर नहीं जाएगी (Gwalior Ram statue)

दरअसल छत्तीसगढ़ में बन रहे राम गमन पथ के लिए भगवान राम की यह विशाल प्रतिमा ग्वालियर में मिनट स्टोन से तैयार की जा रही थी। भगवान राम को वनवासी भेष में दिखाया गया है। प्रतिमा का आकार विशाल होने के साथ-साथ अत्यंत सुंदर और अद्भुत भी है। मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि प्रतिमा का निर्माण लगभग एक साल में किया गया और इसे 10 महीने में तैयार किया गया। प्रतिमा पर करीब 70 लाख रुपये खर्च हुए हैं। वनवासी रूप में भगवान राम को दिखाने के साथ-साथ प्रतिमा में कलाकृति का समृद्ध भंडार भी दिखाया गया है, जिसमें भगवान का स्वरूप और उन्हें पहनाई गई 108 रुद्राक्ष माला शामिल है।

अब मुरैना में होगी स्थापना (Lord Ram statue)

Ram Van Gaman Path: मूर्ति रायपुर भेजी जाने वाली थी और इसके लिए 6 महीने पहले निरीक्षण भी किया जा चुका था। लेकिन ठेकेदार द्वारा भुगतान न किए जाने के कारण अब यह प्रतिमा शनिश्चरा धाम मुरैना में लगाई जाएगी। मूर्ति स्थापित करने के लिए बेस भी तैयार किया जा रहा है। दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि मूर्ति को करीब सात भागों में तैयार किया गया है और 15 से 20 लोगों की टीम ने इसे बारीकी से 10 महीनों में बनाया है। छत्तीसगढ़ में प्रतिमा न जाने का कारण प्रशासनिक लापरवाही है। भविष्य में अगर नई मांग आती है, तो उस समय रायपुर के लिए प्रतिमा तैयार की जाएगी।

 ⁠

यह भी पढ़ें


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।