'Akshar Sathi' will make 5 lakh illiterate people of Jabalpur literate
‘Akshar Sathi’ will make 5 lakh illiterate people : जबलपुर। कहते है कि अनपढ़ के लिए काला अक्षर भैंस बराबर होता है। लेकिन जल्द ही ये कहावत बदलने वाली है,क्योंकि गांव से लेकर शहर तक साक्षरता का प्रतिशत बढ़ाने के लिए सरकार शिक्षा विभाग के माध्यम से नए सिरे से कवायद कर रही है ताकि कोई भी व्यक्ति निरक्षर ना रहे। इसके लिए अकेले जबलपुर जिले में 3 हजार से ज्यादा पढ़े लिखे लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन लोगों को ‘अक्षर साथी’ नाम दिया गया है।
दरअसल, जबलपुर जिले में करीब 5 लाख लोग निरक्षर है। इन पांच लाख निरक्षर लोगों में से पहले चरण के लिए 23 हजार 412 लोगों को शिक्षित करने के लिए शिक्षा विभाग ने चिन्हित किया है। चिन्हित किए गए निरक्षर लोगों को साक्षर करने के लिए 6 माह की समय सीमा तय की गई है। इन 6 माह में अक्षर साथियों को निरक्षर लोगों को शिक्षित करना होगा। इसके बाद इन लोगों की बुनियादी पात्रता परीक्षा होगी।
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‘Akshar Sathi’ will make 5 lakh illiterate people : एनआईयूएस के माध्यम से इस परीक्षा को पास करने वालों को डिस्टल प्रमाण पत्र दिया जाएगा। शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों के मुताबिक साक्षरता कार्यक्रम के तहत 15 साल से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को साक्षर करने पर फोकस किया गया है और 10 निरीक्षर लोगो को साक्षर करने की जवाबदेही 1 अक्षर साथी को दी गई है ताकि वह लोगों को इतना साक्षर बना सकें, जिससे वह अपना नाम लिखना पढ़ना और हस्ताक्षर करना सीख सकें। साथ ही बैंको से जुड़े अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर होने वाली ठगी से बच सकें।