Jabalpur Hospital News: बच्चे तड़प रहे हैं, एसी बंद पड़े हैं! सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की ये हालत देखिए, दिल कांप जाएगा…
Jabalpur Hospital News: बच्चे तड़प रहे हैं, एसी बंद पड़े हैं! सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की ये हालत देखिए, दिल कांप जाएगा...
Jabalpur Hospital News/Image Source : IBC24
- एमपी का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल,
- वॉर्ड में न एसी चल रहे, न दीवारें साफ,
- मासूमों पर गर्मी का टॉर्चर,
जबलपुर: Jabalpur Hospital News: सरकार मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार बेहतर बनाने का दावा कर रही है। दावे के साथ सरकारी अस्पतालों की तस्वीर बदलने के लिए बजट भी दिया जा रहा है लेकिन ज़मीनी हालात कैसे हैं, यह बात आप इस ग्राउंड रिपोर्ट को देखकर समझ जाएंगे। महाकोशल के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल, यानी जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बच्चों पर उमस भरी गर्मी का टॉर्चर हो रहा है। वजह है वॉर्ड के एसी का बंद होना। लोगों ने वॉर्ड में अपने घरों से पंखे लाकर लगा रखे हैं लेकिन राहत नहीं मिल रही। जर्जर इमारत में स्थित वॉर्ड के हालात भी डराने वाले हैं।
Jabalpur Hospital News: हॉस्पिटल, जर्जर इमारत, वॉर्ड, वॉर्ड की खराब दीवारें, बंद पड़े एसी, नवजात को पंखा झलती महिला। कहते हैं तस्वीरें कभी झूठ नहीं बोलतीं यह बात आप इन तस्वीरों को देखकर ही समझ सकते हैं। यह नज़ारा है जबलपुर में स्थित महाकोशल के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल का। जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के बच्चों के वॉर्ड का यह हाल है। बिल्डिंग बाहर से ही जर्जर है। इमारत में उग आई झाड़ियों को हटाना तो दूर उन्हें देखने की भी कोई ज़हमत नहीं उठाता। भीतर वॉर्ड की दीवारें खुद अपनी बदहाली की गवाही दे रही हैं।
Jabalpur Hospital News: संक्रमण फैल सकता है, लेकिन उन्हें साफ़ करने वाला कोई नहीं। कहने को वॉर्ड में कतार से एसी लगे हैं लेकिन सभी बंद पड़े हैं। भीतर उमस भरी गर्मी से बेहाल बच्चों को माएँ पंखा झल रही हैं। कुछ तो घर से पंखे भी ले आई हैं लेकिन देखने-सुनने वाला कोई नहीं। लेकिन IBC24 की टीम इस अनदेखी को देखने ज़रूर पहुँची। यहाँ अपने बच्चों का इलाज करवा रहीं महिलाएँ कहती हैं कि बच्चे उमस भरी गर्मी से बेहाल हैं लेकिन खराब एसी को नहीं सुधारा जा रहा। स्थानीय समाजसेवी इसे अस्पताल प्रबंधन की गंभीर लापरवाही बता रहे हैं।
Jabalpur Hospital News: मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना से जब हमने बात की तो उन्होंने खराब पड़े एसी जल्द सुधारवाने की बात कही। हालाँकि जर्जर इमारत और संक्रमण को न्योता देने वाली दीवारों पर उन्होंने कहा कि वॉर्ड कभी खाली नहीं रहता तो पुताई कैसे कराएं। डीन ने यह भी कहा कि बच्चा वॉर्ड को नई इमारत बनते ही वहाँ शिफ्ट कर दिया जाएगा।

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