जबलपुरः Jabalpur Vedika Murder Case MBA की पढ़ाई कर रही वो लड़की, एक शख्स से बेइंतहा इश्क करती थी, लेकिन एक रोज अपनी सहेली के साथ बाहर जाना उसे भारी पड़ गया। उसे बंदूक की गोली लग गई और 10 दिन बाद उसकी मौत हो गई। लेकिन सवाल वही कि गोली आखिर चली क्यों ?
Jabalpur Vedika Murder Case वेदिका आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। इश्क में मिले जख्मों के भरने का इंतजार करते हुए वह हमेशा के लिए मौत की नींद सो गई। 10 दिनों तक मौत से जंग लड़ने के बाद वेदिका ने सोमवार को जबलपुर के एक अस्पताल में तम तोड़ दिया। एमबीए की छात्रा वेदिका ब्वॉयफ्रेंड की ओर से चलाई गई गोली से घायल हुई थी, जिसके बाद से उसका इलाज जबलपुर के एक अस्पताल में चल रहा था। वहीं वेदिका की मौत होने के बाद उसपर गोली चलाने वाले उसके ब्वॉयफ्रेंड प्रियांश के खिलाफ लगी हत्या के प्रयास की धारा को हत्या की धारा में तब्दील कर दिया है। 16 जून के रोज तथाकथित बीजेपी नेता प्रियांश विश्वकर्मा ने वेदिका को गोली मारी थी।
गोली मारने के बाद प्रियांश घंटों तक वेदिका को कार में डालकर घंटों तक शहर में घुमाता रहा और तबीयत बिगड़ने पर उसने उसे शहर के एक बड़े अस्पताल में दाखिल कराया। लेकिन तमाम कोशिश के बावजूद डॉक्टर उसे बचा ना पाए। डॉक्टरों के मुताबिक गोली वेदिका के शरीर में अंदर तक धंस गई थी और इलाज के दौरान उसने कभी इतना रिकवर ही नहीं किया कि उसका ऑपरेशन किया जा सके। वारदात के बाद प्रियांश ने पुलिस को बहुत छकाया और फिर वारदात के दो दिन बाद उसने सरेंडर कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद वो वेदिका का मोबाइल फोन और दफ्तर में लगे CCTV का डीवीआर लेकर फरार हो गया था।
हलांकि प्रियांश ने वेदिका को गोली क्यों मारी यह कहानी अभी भी अनसुलझी है। हलांकि प्रियांश यह कह रहा है कि उससे गलती से गोली लगी थी, लेकिन उसकी यह थ्योरी किसी के गले नहीं उतर रही है। लिहाजा पुलिस ने प्रियांश से पूछताछ कर इस राज को फाश करने की कोशिश में जुटी है कि आखिर प्रियांश ने वेदिका को गोली क्यों मारी।
Read More: सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता, मुठभेढ़ में ढेर हुआ कुख्यात आतंकवादी, एक जवान भी घायल
वेदिका के परिजन ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें वो प्रियांश पर उसे गोली मारने का आरोप लगा रही थी। वेदिका को प्रियांश के पास उसकी एक दोस्त लेकर गई थी, जो कि घटना के बाद से लापता है। अब .यह युवती सामने क्यों नहीं आ रही है यह समझ से परे है। हलांकि वेदिका के परिजन और राजनीतिक दल के सदस्य ढीले रवैये को लेकर पुलिस पर भी निशाना साधने से नही चूकते।
Read More: शादी के लिए राजी नहीं हुआ परिवार, फिर प्रेमी जोड़े ने उठाया ऐसा कदम
वेदिका और प्रियांश दोनों एक दूसरे को दो साल से जानते थे। दोनों के बीच गहरा दोस्ताना था, जिस वक्त वेदिका को गोली लगी उस दौरान दोनों कमरे में अकेले थे। तहसीलदार के मुताबिक वेदिका प्रियांश के पास अपना मोबाइल फोन बेचने पहुंची थी। क्योंकि उसने एक ज्वेलर्स से मां के लिए पायल खरीदी थी जिसका भुगतान करने के लिए उसे रुपयों की जरूरत थी। अब सवाल उठता है आखिर दोनों के बीच ऐसा क्या हुआ जो प्रियांश को वेदिका पर फायऱिंग करनी पड़ी। ऐसे ही कई और सवाल हैं जिनका जवाब अभी आना बाकी है। अब देखना यह है कि पुलिस की टीम प्रियांश से कब तक वेदिका पर गोली चलाने का राज उगल पाती है।