Swami Akhileshwaranand Giri Statement
Swami Akhileshwaranand Giri Statement: जबलपुर। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के यूपी प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के कांवड़ियों पर दिए बयान पर बवाल मचा हुआ है। इस बीच विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य और महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने बड़ा पलटवार किया है।
स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने कहा कि, व्यक्ति को अपने दोष और दूसरों के गुण देखने चाहिए। AIMIM और उनके प्रदेश अध्यक्ष को हिंदुओं की धार्मिक परंपरा और अनुष्ठानों पर उंगली उठाने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हें तो ये देखना चाहिए कि मुस्लिमों की नमाज़ में कैसे लोग, किस स्थिति में शामिल हो रहे हैं। स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने कहा कि श्रावण मास में भोले बाबा को पवित्र नदियों का जल अर्पित करने जाने वाले कांवड़ियों पर फूल बरसाना हिंदुओं की धार्मिक परंपरा हैं, लेकिन दूसरे पक्ष को अब ये ज़रुर बताना चाहिए कि मस्जिद छोड़ सड़क पर नमाज़ अदा करना कहां की और कैसी परंपरा है।
दरअसल, AIMIM प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए शौकत अली ने कहा कि, अगर हम दो मिनट सड़क पर नमाज पढ़ले, तो शोर मच जाता है नमाज पढ़ लिया… नमाज पढ़ लिया। यह सड़कें किसी के बाप की नहीं हैं, कावड़ यात्रा के नाम पर दो महीने सड़के बंद करके पुलिस डिपार्टमेंट के लोग कांवड़ियों पर फुल बरसते हैं। कांवड़ के नाम पर 2 महीने सड़कें बंद करके पुलिस कांवड़ियों पर फूल बरसाते हैं। कांवरिया मस्त रहते हैं, चिलम और शराब भी पीकर रहते हैं। हमारा पुलिस डिपार्टमेंट उनके पैरों पर मरहम लगाता है।
शौकत अली ने कांवड़ यात्रा को लेकर कहा- ‘आप बताएं कि मुरादाबाद-बरेली से लेकर गाजियाबाद की सड़कें सावन में इस साल एक महीने के लिए और पिछले साल दो महीने के लिए ब्लॉक नहीं की गई थीं? अगर हम पर दो मिनट की नमाज पढ़ने की पाबंदी है, तो एक महीने सड़क जाम करके आप कांवड़ियों को चलाने की कैसे छूट दे रहे हैं? यह मुल्क किसी एक का नहीं, सभी का है। हम सभी ने मिलकर मुल्क को बनाया है। इस तरह का काम करके आप हिंदू-मुसलमान को बांटने का काम कर रहे हैं। यह नाइंसाफी है।’