Justice For Shiva - Shiva father Pradeep Trivedi appeals to PM Modi for justice

#JusticeForShiva: आखिर किसने किया शिव को खामोश? सवालों के घेरे में पुलिस और BHU प्रशासन, पीड़ित पिता ने PM मोदी से लगाई न्याय की गुहार

#JusticeForShiva : शिव के सत्य की कहानी कैसे और कहां से शुरु हुई… आखिर शिव को किसने खामोश किया.. इसे लेकर IBC24 ने मुहिम छेड़ी है।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:37 PM IST, Published Date : April 27, 2022/4:50 pm IST

पन्ना। #JusticeForShiva  शिव के सत्य की कहानी कैसे और कहां से शुरू हुई… आखिर शिव को किसने खामोश किया.. इन तमाम तरह के सवालों के जवाब और शिव को इंसाफ दिलाने IBC24 ने मुहिम छेड़ी है। जिसके लिए IBC24 की टीम यूपी के वाराणसी पहुंची।

बता दें कि घर से पढ़ाई के लिए निकले मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के रहने वाले शिव कुमार त्रिपाठी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है… करीब 800 दिनों तक लापता रहने वाले शिव के बारे में खुलासा हुआ है… कि उसकी मौत हो गई है… लेकिन उसकी मौत जिन परिस्थितियों में हुई है, वो काफी चौंकाने वाला और रहस्यों से भरा है… पूरी तरह संदिग्ध इस मामले में शिव की मौत भी उतनी ही रहस्यमय तरीके से हुई है… जिसकी पड़ताल करते हुए हमारे संवाददाता विजेंद्र पांडेय वाराणसी पहुंचे हुए हैं…

#JusticeForShiva : उन्होंने बताया कि शिव की मौत हो गई है और उसकी मौत के लिए जिम्मेदार है क्रूर और लापरवाह सिस्टम… हैरानी की बात ये है कि वाराणसी के BHU में पढ़ाई करने गए शिव की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसी थाने में दर्ज की गई… जहां की पुलिस शिव को लेकर अपने थाने आई थी… पुलिस ने रिपोर्ट लिखाने गए शिव के पिता से पूरी बात छिपाई और ये भी नहीं बताया कि.. शिव की मौत हो गई है… शिव की लाश बरामद हुई है… और उन्होंने घरवालों को बताए बिना ही उसकी लाश को… लावारिस की तरह दफन कर दिया…

यह भी पढ़ें:  EXCLUSIVE: राकेश टिकैत ने की CM भूपेश बघेल की तारीफ, IBC24 से बोले- धान पर अच्छा दाम दे रही छत्तीसगढ़ सरकार

शिव की लाश वाराणसी के जिस तालाब में मिलने की बात पुलिस कह रही है… उस तालाब तक IBC24 के रिपोर्टर विजेंद्र पांडेय पहुंचे… और घटनास्थल का जायजा लिया कि अगर पुलिस की बातों पर यकीन करें, तो आखिर कैसे ये हुआ होगा..? शिव कुमार के पिता प्रदीप त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने बेटे के लिए इंसाफ की गुहार की है।

सवालों के घेरे में पुलिस और BHU प्रशासन

#JusticeForShiva : बीएचयू कैम्पस से पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद शिव दोबारा नहीं लौटा.. इसमे वाराणसी पुलिस के अलावा BHU प्रशासन भी सवालों के घेरे में हैं.. कुलपति और किसी भी विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर वहां पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावक होते हैं.. लेकिन शिव के मामले में अगर ये जिम्मेदारी BHU में निभाई गई होती तो शायद शिव आज सबके बीच होता.. हमारे सहयोगी विजेन्द्र पांडेय ने इस पूरे मामले में BHU के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर बीसी कापरी से ख़ास बातचीत की..

यह भी पढ़ें: IBC24 से बोले राकेश टिकैत- शानदार है भूपेश बघेल का एथेनॉल प्लांट वाला आइडिया

इंसाफ दिलाने BHU के छात्र आंदोलन चला रहे

#JusticeForShiva : इधर, काशी में अपने शिव को इंसाफ दिलाने के लिए BHU के तमाम छात्र आंदोलन चला रहे हैं.. और ये उनकी ही कोशिशों के नतीजा है कि अब शिव को न्याय मिलने की उम्मीदें भी जाग गई हैं… BHU के छात्रों ने शिव की मौत के लिए पुलिस के साथ विश्वविद्यालय प्रबन्धन को भी दोषी ठहराया है जो इस मामले में दोषियों को सज़ा और परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे हैं.. शिव कुमार के मामले को लेकर स्टूडेंट्स में गुस्सा भी है और डर भी…ज्यादातर स्टूडेंट्स का मानना है कि जब वह अपना भविष्य बनाने के लिए कैंपस में पढ़ाई करने जाते हैं तो वह विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस के भरोसे ही अपनी सुरक्षा की उम्मीद करते हैं, पर इस तरह के मामले सुरक्षा करने वालों पर ही सवाल खड़े कर देते हैं..

 

 
Flowers