Reported By: Vikas Barman
,CSP Khyati Mishra Katni News: CSP ख्याति मिश्रा के परिवारजनों-बच्चों को पुलिसकर्मियों ने ही पीटा / Image Source: IBC24
कटनी: CSP Khyati Mishra Katni News CSP ख्याति मिश्रा के सरकारी आवास से शुरू हुआ पारिवारिक विवाद अब पुलिस विभाग की साख पर सवाल बन गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कटनी SP अभिजीत रंजन को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है। यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपनी पोस्ट में लिखा कि कटनी के पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है। इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
CSP Khyati Mishra Katni News दरअसल कटनी जिले में कल देर रात्रि तक महिला थाना में एक हाई वोल्टेज ड्रामा का केंद्र बन हुआ था। पूरा मामला तब शुरू हुआ जब कटनी सीएसपी ख्याति मिश्रा का ट्रांसफर मैहर जिले के अमरपाटन एसडीओपी के पद पर हो गया है। ट्रांसफर के बाद ख्याति मिश्रा के पति शैलेन्द्र शर्मा, जो दमोह जिले के घटेरा में तहसीलदार हैं, वह अपने बेटे और दोनों पक्षों के परिजनों के साथ ख्याति के बंगले से सामान लेने पहुंचे। तभी घटनाओं ने एक नया और सनसनीखेज मोड़ ले लिया।
शैलेन्द्र शर्मा के परिजन जैसे ही ख्याति मिश्रा के सरकारी आवास पहुंचे, महिला थाना और कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को थाने ले आई। जब शैलेन्द्र खुद बंगले पर पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला और बाद में उन्हें जानकारी मिली कि उनके परिवार को महिला थाने ले जाया गया है। थाने पहुंचने पर, शैलेन्द्र शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें वहां से जबरन भगा दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महिला थाना पुलिस ने उनके परिवारजनों, बच्चों और ख्याति मिश्रा के मायके वालों के साथ मारपीट और बदसलूकी की गई। वहीं, ख्याति मिश्रा के छोटे बेटे ने भी मीडिया के कैमरे में पुलिस द्वारा मारपीट करने की बात कही है।
मामला यहीं शांत नहीं हुआ महिला थाने में इस पूरे मामले में मीडिया कर्मी जब महिला थाने कवरेज करने पहुंचे तो मीडिया कर्मियों से भी पुलिस अधिकारी एसडीओपी प्रभात शुक्ला और पुलिस कर्मियों ने धक्का दे दिया। इसके बाद आक्रोषित पत्रकार धरने पर बैठ गए जिसके बाद एसडीओपी ने पत्रकारों से मांगी मांगी ली थी। कटनी में CSP ख्याति मिश्रा के सरकारी आवास से शुरू हुआ पारिवारिक विवाद अब पुलिस विभाग की साख पर सवाल बन गया है।