नेता प्रतिपक्ष ने राज्य निर्वाचन आयोग को लिखा खत, लेटर में लिखी इस तरह की बात

Opposition leader wrote a letter to the State EC: नेता प्रतिपक्ष ने राज्य निर्वाचन आयोग को लिखा खत, लेटर में लिखी इस तरह की बात

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  • Publish Date - July 13, 2022 / 06:23 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:03 PM IST

Opposition leader wrote a letter to the State EC: भोपाल। मध्य प्रदेश में मतदान का सिलसिला आज शाम 5 बजे थम गया जिसके बाद सभी पद के प्रत्याशी की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। लेकिन चुनाव के दौराई हुई कई गड़बड़ियों के लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह खफा नजर आए। जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने राज्य निर्वाचन योग को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने पंचायत और निकाय चुनाव में हुई गड़बड़ियों के बारे में लिखा है। इसके अलावा आयोग से ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही हैं। डॉ. सिंह ने अपने पत्र में आगे उन सभी गड़बड़ियों का जिक्र किया जो मतदान के दौरान हुई। कई जिलों में हुई गड़बड़ियों को लिखते हुए उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रजातंत्र मं पहली बार देखने को मिली है।

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पत्र में लगाए कई आरोप

Opposition leader wrote a letter to the State EC: अभी हाल ही में प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं, जिसमें व्यापक स्तर पर अनियमितताएं बरती गई हैं। प्रजातंत्र में पहली बार मतदान होने के दिन चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को सुबह प्रशासन ने गिरफ्तार कर लिया, जिससे प्रत्याशी मतदान केन्द्रों पर अपने एजेंट नियुक्त नहीं कर पाए और न खुद मतदान केन्द्रों पर जा पाए, जिससे सत्तापक्ष से जुड़े प्रत्याशियों को प्रशासन ने लाभ पहुंचाया। इस तरह की घटनाएं प्रजातंत्र में पहली बार हुई है जो प्रजातंत्र को कमजोर करने का प्रयास है। यहां तक कि मतदान के उपरांत मतदान केन्द्र पर ही मतगणना की जाकर प्रत्याशियों को कुल प्राप्त मतों की संख्या मौखिक रूप से बताई गई ।

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निष्पक्ष कार्यवाही की मांग

Opposition leader wrote a letter to the State EC: लिखित रूप से अनेकों जगह प्रत्याशियों को मिली मतों की संख्या नहीं दी गई। इस कारण रिजल्ट घोषित होने के पहले कुछ प्रत्याशियों को प्राप्त मतों में हेराफेरी कर परिणाम को बदलने की कोशिश की गई। प्रत्याशियों को मिले मतों की संख्या ज्यादातर जगह लिखित रूप से प्रत्याशियों को नहीं दी गई और प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रत्याशियों को रिजल्ट बदलने के लिए रिश्वत भी मांगी। शिवपुरी में लोकायुक्त अधिकारी रिश्वत के साथ पकड़े गए, इसका उदाहरण है। भिण्ड जिले में भी इस तरह की घटनाओं की आशंका है। इस संबंध में डॉ गोविंद सिंह कुछ गणनापत्रक संलग्न कर रहे है, जिनमें कांटछांट की गई है । प्रजातंत्र में इस तरह की कार्यवाही निष्पक्ष निर्वाचन में संदेह उत्पन्न करने वाली है ।

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