मुरैना, 17 फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को कहा कि प्रदेश वन्यजीव पर्यटन के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है और राज्य अपने वनों में सभी प्रकार के वन्यजीवों के संरक्षण में पूरी तरह सक्षम है।
यादव ने शिवपुरी स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान को बाघ अभयारण्य का दर्जा दिलाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।
उन्होंने मुरैना के देवरी घड़ियाल केंद्र से 10 घड़ियालों (9 मादा और 1 नर) को चंबल नदी में छोड़े जाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की।
अधिकारियों ने बताया कि चंबल नदी में न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में सबसे ज़्यादा घड़ियाल पाए जाते हैं। दुनिया भर में मौजूद करीब 3,000 घड़ियालों में से 85 प्रतिशत चंबल नदी में हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार मुरैना क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। चंबल अभ्यारण्य प्राकृतिक संपदा का राष्ट्रीय खजाना है। यहां दुर्लभ प्रजातियों का संरक्षण किया जा रहा है, लेकिन जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव इन प्रजातियों के लिए खतरा बन रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश हमेशा से जैव विविधता और उसकी महत्वपूर्ण प्रजातियों के संरक्षण और संवर्धन में सक्रिय रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार चंबल क्षेत्र सहित पूरे राज्य में वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण पहलों पर काम कर रही है।
भाषा
प्रीति नरेश
नरेश
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