Kuldeep Dandotiya will play the World Championship final on May 26 in Suncity, South Africa.
Chambal’s star will shine again in the world after one year: चंबल । मध्य प्रदेश के चंबल अंचल की पहचान किसी की मोहताज नहीं है, लेकिन अब इसकी पहचान अलग-अलग क्षेत्रों में होने लगी है ऐसे ही वर्ल्ड पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में चंबल का लाल अब अपनी दम दिखाने जा रहा है। मुरैना जिले के कुलदीप दंडोतिया का चयन वर्ल्ड पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में हुआ है,अब कुलदीप दंडोतिया चंबल ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन करेगा,चंबल के लाल की इस कामयाबी को लेकर खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं ने ट्वीट कर कुलदीप दंडोतिया को बधाई दी है।
जानकारी के अनुसार, बता दे कि मुरैना जिले के देवरी गांव का रहने वाला पावर लिफ्टिंग खिलाड़ी कुलदीप दंडोतिया 26 मई को दक्षिण अफ्रीका के सनसिटी में वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल होनी है, जिसमें मध्य प्रदेश की तरफ से कुलदीप दंडोतिया भाग लेगा। पिछले साल भी एशियन चैंपियनशिप के लिए कुलदीप का सिलेक्शन हुआ था, लेकिन रेत माफिया ने उसके ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया था। जिसके कारण उसका एक पैर पूरी तरह टूट गया, लेकिन कुलदीप ने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ता रहा और अपने हौसले को कायम रखते हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में जगह बनाई। पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी कुलदीप दंडोतिया ने बताया के उन्होंने तीन साल पहले ही पॉवर लिफ्टिंग की शुरुआत की थी।
अधिक मोटापा होने के कारण दंडोतिया ने जिम जाने की शुरुआत की और इसी दौरान उनकी मुलाकात पावर लिफ्टिंग कोच उदय शर्मा से हुई। उनसे प्रेरित होकर कुलदीप दंडोतिया ने पावरलिफ्टिंग की शुरुआत हुई और 3 साल में ही कठिन परिश्रम से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जगह बनाई। पावर लिफ्टिंग खिलाड़ी कुलदीप दंडोतिया ने बताया है, कि उन्होंने पिछले तीन साल में केरल में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में ब्रोंज मेडल जीता, वहीं पिछले साल महाराष्ट्र में हुई नेशनल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता। उसके बाद कुलदीप दंडोतिया एक हादसे का शिकार हो गया। कुलदीप जब अपने घर जा रहा था उसी दौरान रेत माफियाओं ने उसके ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया, जिससे उसका पैर पूरी तरह जख्मी हो गया।
कुलदीप के हादसे के बाद साथी खिलाड़ी और परिवार जनों ने यह मान लिया कि अब कुलदीप अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाएगा, लेकिन कुलदीप ने हार नहीं मानी और उसका हौसला और बढ़ गया।कुलदीप ने बताया है कि जब उसका एक्सीडेंट हुआ था तो उसके पैर में लोहे की रोड डाली गई और डॉक्टर ने पूरी तरह मना कर दिया था कि आप कभी भी यह गेम नहीं खेल सकते हैं। क्योंकि अगर पैर पर ज्यादा भार लिया तो और घातक हो सकता है, लेकिन कुलदीप के अंदर कहीं न कहीं जो हौसले और अपने लक्ष्य को पूरा करने की आग लगी थी वह उसे रुकने नहीं दे रही थी। यही कारण है कि कुलदीप ने इस हादसे के 6 महीने बाद फिर से पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेक्टिस चालू की और उसके बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए उसने पसीना बहाया। उस हौसले का नतीजा अब कुलदीप दंडोतिया वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहा है।
बता दे 19 से 27 मई को साउथ अफ्रीका के सनसिटी शहर में विश्व पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप का आयोजन होना है, जिसमें कुलदीप दंडोतिया का चयन 120 प्लस किलोग्राम भार वर्ग की सब जूनियर कैटेगरी में हुआ है। कुलदीप भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व करेंगे इसको लेकर खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें बधाई दी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि मध्य प्रदेश का लाल अब विश्व स्तर पर प्रदेश की पहचान बनाएगा उन्हें मेरी तरफ से बधाई।