Burhanpur News: बुरहानपुर में नवरात्रि की धूम, शोभायात्रा और 51 शक्तिपीठों ने जीता श्रद्धालुओं का दिल, राधा-कृष्ण की झांकी बना आकर्षण का केंद्र

Burhanpur News: बुरहानपुर में नवरात्रि की धूम, शोभायात्रा और 51 शक्तिपीठों ने जीता श्रद्धालुओं का दिल, राधा-कृष्ण की झांकी बना आकर्षण का केंद्र

Burhanpur News | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • नवरात्रि में पूरे बुरहानपुर में भक्ति और उत्साह का माहौल
  • अग्रवाल समाज की शोभायात्रा में राधा-कृष्ण की झांकियों ने मन मोह लिया
  • दिव्यांग मूर्तिकार अजय अयरे ने पहली बार बनाई 51 शक्तिपीठ प्रतिमाएँ

बुरहानपुर: Burhanpur News बुरहानपुर में नवरात्रि का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। ढोल-नगाड़ों की गूंज और अखाड़ों के प्रदर्शन के बीच माता रानी का स्वागत धूमधाम से किया गया। श्रद्धालु माता की प्रतिमाओं को सजाकर शोभायात्रा के रूप में गाजे-बाजों के साथ लेकर आए और विधि-विधान से स्थापना की। पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो उठा है, चारों ओर ‘जय माता दी’ के जयकारे गूंज रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी माता के दरबार में हाजिरी देने पहुंचे और मनोकामनाएं मांगीं। नवरात्र के इन पावन दिनों में हर ओर भक्ति और श्रद्धा का माहौल बना हुआ है।

अग्रवाल समाज ने गाजे-बाजों और जयकारों के साथ निकाली भव्य शोभायात्रा

वहीं बुरहानपुर में अग्रवाल समाज द्वारा आयोजित अग्रसेन जयंती पर्व पर धार्मिक और सांस्कृतिक रंग बिखर गए। समाजजनों ने गाजे-बाजों और जयकारों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा में सजे-धजे रथ और मनमोहक झांकियाँ लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। विशेष रूप से राधा-कृष्ण और गोपियों की झांकी ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए राजघाट स्थित अग्रवाल धर्मशाला पर संपन्न हुई। इस दौरान जगह-जगह समाजजनों और विभिन्न संगठनों ने शोभायात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।अग्रसेन जयंती के इस अवसर पर समाजजनों ने महाराजा अग्रसेन के आदर्शों पर चलने और समाज सेवा का संकल्प भी लिया।

दिव्यांग मूर्तिकार अजय ने बनाई 51 शक्तिपीठ मातारानी

बुरहानपुर के दिव्यांग मूर्तिकार अजय अयरे ने 51 शक्तिपीठ मातारानी बनाई है। जिसकी भव्यता देखकर ही अंदाज लगाया जा सकता है कि इनकों बनाने में कड़ा परिश्रम लगा है। इन प्रतिमाओं को बनाने में पूरा 6 माह का समय लगा है। इन प्रतिमाओं की स्थापना शहर के तहसील के पास हुई है। इसको लेकर मूर्तिकार अजय का दावा है कि देश मे पहली बार एक साथ एक ही जगह 51 शक्तिपीठ की स्थापना हो रही है। उनका ये भी कहना है कि जिस तरह हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते है कि कुछ नया हटकर करों उन्हीं की प्रेरणा से मैंने ये काम कर दिखाया है।

बुरहानपुर में नवरात्रि कैसे मनाई जा रही है?

ढोल-नगाड़ों, अखाड़ों के प्रदर्शन, शोभायात्रा और मंदिरों में माता रानी की विधिवत स्थापना के साथ।

अग्रवाल समाज की शोभायात्रा में क्या खास रहा?

सजे-धजे रथ और राधा-कृष्ण की झांकी मुख्य आकर्षण रही, जिसे जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत मिला।

दिव्यांग मूर्तिकार अजय अयरे ने क्या अनोखा काम किया?

उन्होंने 6 महीने की मेहनत से 51 शक्तिपीठों की प्रतिमाएँ बनाई, जो देश में पहली बार एक साथ स्थापित की गईं।