MP News | Photo Credit: IBC24
भोपाल: MP News प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश को एक रिटर्न गिफ्ट दिया। धार जिले में उन्होंने एक टेक्सटाइल पार्क का भूमि पूजन किया। तकरीबन 350 फैक्ट्रियां यहां पर स्थापित होंगी और लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। अब इसके सियासी मायने समझते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कद का कोई राजनेता कहां से बोल रहा है? यह महत्वपूर्ण नहीं होता। बल्कि क्या बोल रहा है? उनका टारगेट ग्रुप कौन है? समूह कौन है? किसके लिए बोल रहे हैं? यह ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।
MP News जाहिर बात है कि धार ट्राइबल जिला है। यह भी तय है कि ट्राइबल बीजेपी के लिए थोड़ा चैलेंजिंग है और यह बेहतर समझते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तमाम भाजपा के नेताओं की तरह है। इसी वजह से जो सबसे बड़ा ब्रांड है अभी इस समय बीजेपी के उनकों कई बार बीजेपी एमपी इन्हीं तरह के आयोजनों में ला चुकी है, जो ट्रेवल से जुड़े हुए हैं। तो आइए जानते हैं कितना असर कारक होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा?
अपने 75वें जन्मदिन के मौके पर प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जब आज धार जिले में पी एम् मित्र टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास करने आए थे तो वहां से उन्होंने लोकल रीजनल,नेशनल और ग्लोबल चारों लक्ष्य समूहों को एड्रेस किया। पाकिस्तान को भी आंखे दिखाई और ट्रंप को भी टेरिफ वॉर का एक जवाब भेजा। केवल एमपी ही नहीं भाजपा के लिए देश भर में चैलेंजिंग जो चार एलिमेंट हैं यानी युवा, किसान महिलाएं और आदिवासी उन्हें ही अपने भाषण के केंद्र में प्रधानमंत्री ने रखा।
एमपी में तो आदिवासी भाजपा के लिए लगातार चुनौती बना हुआ है। कार्यक्रम का नाम भी आदि सेवा पर्व रखा गया। देश के दिल से मोदी ने महिलाओं से भी भरपूर कनेक्ट बनाने का प्रयास किया और इसके लिए बड़ी भावुक अपील भाई और बेटा बनकर की। एमपी सहित सभी भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों को एक नया टास्क भी दिया कि वे सुनिशिचित करें कि हर व्यापरी अपनी दूकान में एक बोर्ड लगाए जिसमें लिखा हो कि “गर्व से कहो ये स्वदेशी है।”
विपक्ष जानता है कि प्रधानमन्त्री यदि किसी मुहिम को शुरू करते हैं तो केवल उनकी पार्टी के नेता कार्यकर्त्ता ही नहीं बल्कि आम लोग भी उसे लपकते ही हैं। स्वदेशी के मसले के अलावा ट्राइबल पर सरकार का इतना फोकस, ज़ाहिर बात है अभी तक आदिवासियों के मसले पर आरामदायक स्थिति में बैठी कांग्रेस के पेट में मरोड़ तो पैदा करेगी ही। धार भी आदिवासी बहुल जिला है और यहाँ से गया सन्देश कहीं नुकसान न पहुंचा दें। लिहाजा कांग्रेस ने भी सवाल दागने में देरी नहीं की।
कुल मिलाकर मोदी के भाषण में एमपी और देश के जिन लक्ष्य समूहों के जितनी भी बातें की गई वो उनकी पार्टी को सियासी तौर पर कितनी मदद पहुंचाएंगी। ये तो वक्त बताएगा लेकिन इतना तय है कि उनकी स्वदेशी की मुहिम पर अमल जल्द दिखना शुरू हो जाएगा।