PM Modi will visit Kuno Sanctuary
(रिपोर्टः नवीन कुमार सिंह) भोपालः PM Modi will visit Kuno Sanctuary देश में 75 साल बाद चीता युग की वापसी हो रही है। पीएम मोदी अपने 75 वें जन्मदिन के मौके पर मध्यप्रदेश के कूनो अभयारण्य आएंगे और इसी दिन अफ्रीका से आ रहे 8 चीतों का नेशनल पार्क में प्रवेश होगा। इस ख़बर के बाद राजनीतिक जगत में वार-पलटवार हो रहे हैं। असल में पीएम के दौरे से पहले सियासत भी शुरू हो गई है। कूनो में चीते छोड़ने की इवेंट पर कांग्रेस शिवराज सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि श्योपुर जिले में कुपोषण पर भी थोड़ा काम कर ले.। बीजेपी ने जवाब दिया कि चीते पर चित्कार करने वाले रोहिंग्यों पर क्यों मौन रहते हैं।
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PM Modi will visit Kuno Sanctuary प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को श्योपुर आ रहे हैं। इस दिन पीएम मोदी का 75वां जन्मदिन भी है। मोदी 8 अफ्रीकी चीतों को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ेंगे..पीएम के दौरे को ऐतिसाहिक बनाने खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। दौरे से पहले सियासी बयानबाज़ी भी तेज़ हो गई है। दरअसल मोदी जिस क्षेत्र में कदम रखेंगे वो मध्यप्रदेश का सबसे कुपोषित क्षेत्र है। तीन साल पहले तक श्योपुर में 20 हजार से भी ज्यादा बच्चे कुपोषित थे। 4000 बच्चे तो अति कुपोषित थे। कुपोषण के आंकड़ों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीएम मोदी और सीएम शिवराज को आईना दिखाने की कोशिश की।
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जाहिर है कांग्रेस पीएम के दौरे से पहले कुपोषण के मुद्दे पर माहौल बनाने की कोशिश कर रही है। लिहाजा कांग्रेस श्योपुर से लेकर भोपाल तक हल्ला मचा रही है, लेकिन बीजेपी कांग्रेस के नहले पर दहला मारती हुई आगे बढ़ रही है। जाहिर है पीएम मोदी अपने दौरे में श्योपुर जिले के ही सबसे कुपोषित ब्लॉक करहल के स्व सहायता समूह में काम करने वाली महिलाओं से रुबरु होंगे। कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी सरकार भले इत्तेफाक न रखे। लेकिन हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आज भी श्योपुर के हालात नहीं बदले हैं। कूनो में चीता की वापसी की खबरों के बीच श्योपुर फिर सुर्खियों मे है। उम्मीद है कि मोदी के दौरे के के बहाने सरकार की नज़रें कुपोषण पर ज़रुर इनायत होंगी।