​​​​​खुद को मरा साबित करना चाहता था कैदी, जेल से पैरोल मिलते ही कर दिया ये बड़ा कांड, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

Prisoner killed innocent student: ​​​​​खुद को मरा साबित करना चाहता था कैदी, जेल से पैरोल मिलते ही कर दिया ये बड़ा कांड, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

​​​​​खुद को मरा साबित करना चाहता था कैदी, जेल से पैरोल मिलते ही कर दिया ये बड़ा कांड, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

Son killed mother due to property dispute in Tulsi Bara village of Deoria

Modified Date: November 29, 2022 / 08:10 pm IST
Published Date: July 15, 2022 6:28 pm IST

Prisoner killed innocent student: सतेन्द्र भदौरिया.भोपाल। राजधानी भोपाल के खजूरी सड़क थाना क्षेत्र में हुई छात्र की हत्या और लाश जलाकर ठिकाने लगाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जेल से पैरोल पर आए एक कैदी ने अपना जुर्म छिपाने और कर्ज से बचने निर्दोष छात्र को मौत के घाट उतार दिया। दरअसल, राघौगढ़ जिला गुना निवासी रजत सैनी उर्फ सिद्धार्थ उर्फ माइकल नाम के कैदी को साल 2017 में नकली नोट छापने के अपराध में आजीवन कारावास की सजा हुई थी। कैदी रजत ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंद था। वह 23 मई को जेल से पैरोल पर रिहा हुआ, उसे 6 जुलाई को वापस जेल जाना था। लेकिन वह जेल नहीं जाना चाहता था। इसलिए कानून की नजर में खुद को मरा हुआ साबित करने उसने यह योजना बनाई।

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Prisoner killed innocent student: पहली योजना ये थी जिसमें उसने जेल में किसी से पांच लाख रुपए उधार लिए थे, जिसे उसको पैरोल पर जाने के दौरान वापस करने थे, लेकिन पहली योजना फैल हुई, तो दूसरी योजना तैयार की। तय योजना मुताबिक अपनी कद-काठि का युवक खोजा और बीएससी कर रहे छात्र अमन दांगी को निशाना बनाया। कैदी रजत ने अमन को मेड़िकल लाइन की कंपनी में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। चूंकि जेल जाने से पहले आरोपी रजत रतलाम की मेडिकल कंपनी में सुपरवाईजर था। डीसीपी विजय खत्री के मुताबिक आरोपी रजत कानून की नजर में खुद को मरा हुआ साबित कर गुजरात में सैटल होना चाहता था। वो अमन की हत्या कर गुजरात के लिए ही फरार हो गया था, लेकिन फरार होने से पहले पुलिस ने राजगढ़ जिले के बार्डर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रजत चाहता था कि पुलिस उसे मरा हुआ समझ ले, इससे वो सजा से तो बच जाएगा और उसे पांच लाख रुपए की उधारी भी नहीं चुकानी पड़ेगी।

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Prisoner killed innocent student: आरोपी एक महीने से घर के अंदर गड्ढ़ा खोद रहा था, पहली योजना मुताबिक जिससे पांच लाख रुपए उधार लिए, उसकी हत्या कर उस गड्ढ़े में दफनाने की योजना थी। जब रुपए उधार देने वाला झांसे में नहीं आया, तो खुद को मरा साबित करने दूसरी योजना बनाई। छात्र अमन दांगी को नौकरी लगाने का झांसा देकर दोस्ती गांठी फिर तय योजना के मुताबिक घर की दूसरी मंजिल पर हथौड़ा मारकर हत्या उसकी कर दी। लाश को ठिकाने लगाने और खुद को साबित करने अमन की लाश पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इस हत्या में दोस्त रवि जिसने कमरा किराए पर दिलाया, उसको फंसाने उसका मोबाइल घटनास्थल पर छोड़ दिया। आरोपी रजत सैनी ने क्राइम पेट्रोल, सावधान इंडिया देखकर दोनों प्लान बनाए थे।

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लेखक के बारे में

विगत 2018 से मीडिया क्षेत्र में कार्यरत्त हूं। इलेक्ट्रनिक मीडिया के साथ डिजिटल मीडिया का अनुभव है। Jake of All Master Of None...