प्रगति केवल निर्णय से नहीं, न्याय पाने की सहजता से मापी जाती है: मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश

प्रगति केवल निर्णय से नहीं, न्याय पाने की सहजता से मापी जाती है: मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश

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  • Publish Date - April 4, 2025 / 02:56 PM IST,
    Updated On - April 4, 2025 / 02:56 PM IST

जबलपुर, चार अप्रैल (भाषा) मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एसके कैत ने कहा कि प्रगति केवल कानून और निर्णय से नहीं, बल्कि लोगों द्वारा न्याय पाने की सहजता से मापी जाती है।

मुख्य न्यायाधीश ने एक समारोह में झाबुआ और बालाघाट जिलों में नए पारिवारिक अदालत के भवनों का ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन करते हुए यह बात कही।

उन्होंने बुधार (शहडोल), राजेंद्रग्राम (अनूपपुर), शाजापुर जिले, कोलारस (शिवपुरी) में न्यायिक अधिकारियों के लिए आवास सुविधाओं और मनावर (धार जिले) में बच्चों के अनुकूल न्यायालय कक्ष का भी उद्घाटन किया।

मुख्य न्यायाधीश कैत ने कहा कि प्रगति केवल कानून और निर्णय से नहीं, बल्कि नागरिकों द्वारा न्याय पाने की सहजता से मापी जाती है।

उन्होंने कहा कि झाबुआ और बालाघाट में नए पारिवारिक न्यायालय भवन पारिवारिक विवादों को निपटाने के लिए एक सुव्यवस्थित स्थान प्रदान करेंगे।

मुख्य न्यायाधीश ने बताया कि इन भवनों में न्यायालय कक्ष, फाइलिंग अनुभाग, परामर्श कक्ष, शिशुगृह तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं हैं।

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि धार जिले के मनावर में बच्चों के अनुकूल न्यायालय कक्ष युवा गवाहों तथा पीड़ितों के लिए सुरक्षित स्थान प्रदान करने के लिए बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि नवनिर्मित आवासीय परिसरों में सभी जरूरी सुविधाओं से लैस तथा आरामदायक आवास उपलब्ध होंगे, जिससे न्यायिक अधिकारी अधिक ध्यान तथा दक्षता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकेंगे। ये परियोजनाएं 24 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई हैं।

भाषा सं दिमो खारी

खारी