Rahul Gandhi's Bharat Jodo Yatra
दीपक यादव/इंदौरः Rahul Gandhi’s Bharat Jodo Yatra राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फाइनली 12 दिन के लिए मध्य प्रदेश में कल सुबह 6 बजकर 45 मिनट में एंट्री करेंगी। इस यात्रा से पहले कई सवाल उठे कि भाई के साथ बहन नहीं है, कमलनाथ नहीं है, यात्रा से पहले धमकी मिली। सत्ता पक्ष के लोगों ने नसीहत दी कि भारत जोड़ो के बजाए कांग्रेस जोड़ो..राहुल गांधी की बौद्दिक क्षमता पर सवाल उठे। विधायकों के संपर्क में होने की बात कही गई..यानी मध्य प्रदेश की राजनीति में भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों केंद्र में है
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Rahul Gandhi’s Bharat Jodo Yatra राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब से कुछ घंटों बाद मध्यप्रदेश में दाखिल हो जाएगी। शेड्यूल में थोड़े बदलाव के बाद राहुल की यात्रा बुधवार को महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी। यहां सुबह करीब 6 बजे बुरहानपुर के बोदरली में एंट्री करेंगे, जहां पहली बार यात्रा में प्रियंका गांधी भी अपने भाई के साथ 4 दिन तक कदमताल करेगी। जाहिर है कांग्रेस यात्रा के जरिए एमपी में अपना सियासी माहौल को अपने पक्ष में बनाने की कोशिश करेगी। यही वजह है कि राहुल की अगुवाई के लिए कांग्रेस के तमाम पदाधिकारी और कांग्रेस विधायकों ने बुरहानपुर में डेरा डाल दिया है।
बदलाव के बाद राहुल की यात्रा अब एमपी में 23 नंबवर से 4 दिसंबर तक 12 दिनों तक दौड़ेगी। भारत जोड़ो यात्रा का हिंदी पट्टी वाले राज्य में भी दक्षिण भारत की तरह माहौल को बनाए रखना कांग्रेस के लिए किसी अग्निपथ से कम नहीं है। ऐसे में जब राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिलाने के लिए प्रियंका गांधी ने कमर कस ली है तो बीजेपी ने भी तंज कसने का मौका नहीं गंवाया।
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दरअसल मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा जिस इलाके से गुजर रही है, वो कांग्रेस के लिए सबसे चुनौती वाले जिले रहे हैं। पिछले चुनाव में भी कांग्रेस इस इलाके में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी थी। मालवा-निमाड़ बेल्ट में बीजेपी मजबूत है। ऐसे में राहुल गांधी की यात्रा कांग्रेस के लिए इस इलाके में सियासी संजीवनी साबित हो सकती है। इसी राजनीतिक समीकरण को देखते हुए प्रियंका गांधी राहुल गांधी के साथ चार दिनों तक कांग्रेस के सियासी जड़ों को मजबूत करने का काम करती नजर आएंगी।