भोपाल। मध्यप्रदेश के नए मुखिया डॉ. मोहन यादव ने आज सीएम पद की शपथ ले ली है। इसी के साथ बुंदेलखंड एवं बीजेपी के सीनियर लीडर पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया को भी एक बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई है। डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने आज भोपाल के श्यामलाहिल्स हिल्स मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग पहुंचकर अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर पिछड़ा वर्ग से जुड़े जन-प्रतिनिधि भी मौजूद थे। बता दें कि इससे पहले ये पद गौरीशंकर बिसेन के पास था।
डॉ. कुसमरिया को राज्य शासन ने मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था। कार्यभार ग्रहण करने के बाद डॉ. कुसमरिया ने आयोग की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। आयोग मुख्य रूप से प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के लिये हितप्रहरी के रूप में कार्य करता है। इसके साथ ही आयोग राज्य की सामाजिक व शैक्षणिक रूप से पिछड़ा वर्ग जातियों की सूचियों में जातियों को जोड़ने और विलोपित करने की अनुशंसा राज्य शासन को भेजता है। प्रदेश में कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा पिछड़ा वर्ग से संबंधित है।
बता दें कि आचार संहिता लागू होने से पहले 6 अक्टूबर को आयोग में अध्यक्ष के पद पर कुसमरिया को नियुक्ति मिल गई थी। हालांकि, कार्यभार उन्होंने 13 दिसंबर को ग्रहण किया। डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया जनसंघ के जमाने के नेता हैं। 5 बार सांसद रहने के साथ 3 बार विधायक रहे हैं। यही नहीं, मध्य प्रदेश के पूर्ववर्ती शिवराज सरकार में कृषि मंत्री भी रहे चुके हैं।