Retirement Age Latest News : इन सरकारी कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र में तीन साल बढ़ोतरी, अब इतने साल तक करेंगे नौकरी, हाईकोर्ट ने सुनाया अहम फैसला
इन सरकारी कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र में तीन साल बढ़ोतरी, Retirement age of government employees increased by three years
Retirement Age Latest News. Image Source-IBC24
- मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने वेटरनरी डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति आयु को 65 वर्ष करने का आदेश दिया।
- कोर्ट ने 2011 के संशोधन में पशु चिकित्सकों को बाहर रखने को अवैध ठहराया।
- यह निर्णय पशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने और डॉक्टरों के अनुभव का लाभ लेने की दिशा में अहम कदम है।
जबलपुर: Retirement Age Latest News मध्यप्रदेश के वेटरनरी डॉक्टर भी अब एलोपैथी और आयुष डॉक्टर्स की तरह 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होंगे। हाईकोर्ट ने बीतें दिनों वैटनरी डॉक्टर्स को राहत देते हुए शासकीय सेवा नियम में हुए संशोधन को अवैध ठहराया है। कोर्ट ने राज्य सरकार को उचित प्रावधान और नियम तय करने के निर्देश दिए हैं।
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Retirement Age Latest News दरअसल, संशोधन में 65 वर्ष रिटायरमेंट एज से वैटनरी डॉक्टर्स को बाहर किया गया था। इसी के संबंध में शहडोल के वैटनरी डॉ ओपी सिंह समेत अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। मामले पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने वेटरनरी डॉक्टर्स को राहत दी है और शासकीय सेवा नियम में हुए संशोधन को अवैध ठहराया है। अदालत ने कहा कि वेटरनरी डॉक्टर को लेकर सरकार उचित प्रावधान और नियम तय करें। इस फैसले के बाद वेटरनरी डॉक्टरों का कहना है कि “इस निर्णय से पशु चिकित्सा डॉक्टरों को अपनी सेवाएं और अधिक समय तक प्रदान करने का अवसर मिलेगा, जिससे पशु स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और पशुपालकों को लाभ होगा।”
2011 में हुआ था संशोधन
राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2011 में एक संशोधन अधिनियम के माध्यम से एलोपैथिक और आयुष पद्धति के डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई थी। यह निर्णय सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में काम कर रहे डॉक्टरों के अनुभव और कुशलता को ध्यान में रखते हुए लिया गया था, जिससे चिकित्सा सेवाओं को मजबूती मिल सके। परंतु इसी दौरान राज्य सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग में कार्यरत पशु चिकित्सकों को इस लाभ से वंचित रखा गया। इससे वेटरनरी डॉक्टरों में निराशा और आक्रोश पनपने लगा, क्योंकि वे भी मेडिकल सेवा का ही हिस्सा हैं, लेकिन उनके साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया गया।

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