Reported By: Dhanendra Pratap Singh
,Govt Teacher Joining Scam/Image Source: IBC24
रीवा: Rewa News: शिक्षा विभाग में इन दिनों गड़बड़ियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रात में जॉइनिंग करवाने से लेकर फर्जी दस्तावेज़ तैयार करने तक विभाग के भीतर बैठे कुछ दागी अधिकारी पूरी शिक्षा व्यवस्था को मज़ाक बनाते दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार रीवा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बैठे कुछ मठाधीश लगातार नए-नए कारनामों को अंजाम दे रहे हैं। बीते कई महीनों से एक महिला अतिथि शिक्षिका अपने हक की लड़ाई लड़ रही है।
Rewa News: बताया जा रहा है कि उसकी जगह फर्जी अनुकंपा नियुक्ति कराने वाले मास्टरमाइंड ने पूरा मामला ऐसा जाल बनाकर पेश कर दिया कि पीड़ित का भविष्य ही दांव पर लग गया है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी रातों-रात एक अन्य अतिथि शिक्षक की पूरे महीने की हाज़िरी भरवाकर उसे नियमित उपस्थिति दर्शा रहे हैं। इससे साफ होता है कि विभाग में दस्तावेज़ों से छेड़छाड़ करना कोई बड़ी बात नहीं रह गया है। पीड़ित शिक्षिका कई महीनों से न्याय की गुहार लगा रही है, लेकिन विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि उच्च अधिकारी हर बार जांच का हवाला देकर सिर्फ औपचारिकता निभा रहे हैं। उपस्थिति रजिस्टर इस बात का प्रमाण है कि एक ही रात में कैसे पूरी उपस्थिति लगा दी गई।
Rewa News: शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय डोल, संकुल पड़री की अतिथि शिक्षिका सिमरन बानो ने बताया कि उनकी ज्वाइनिंग 22 अगस्त 2025 को ऑनलाइन हुई थी लेकिन आज तक उन्हें वेतन नहीं दिया गया। हेडमास्टर द्वारा उनकी उपस्थिति प्राचार्य को भेजी जाती है लेकिन वे उसे स्वीकार नहीं करते। सिमरन बानो का आरोप है कि अल्पसंख्यक होने की वजह से उनके साथ अभद्र व्यवहार भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि पहले एक अतिथि शिक्षक की ऑफलाइन ज्वाइनिंग अवैध तरीके से कराई गई थी। उसे फायदा इसलिए मिला क्योंकि उसके बड़े पिताजी उसी स्कूल में हेडमास्टर के पद पर थे। उनके रिटायर होने के बाद नए हेडमास्टर ने उस शिक्षक को ऑनलाइन पोर्टल से रिजेक्ट कर दिया और मेरी ज्वाइनिंग ऑनलाइन की गई तब से मैं कार्यरत हूं।
Rewa News: लेकिन 25 नवंबर 2025 को BEO एक अतिथि शिक्षक को अपने साथ लाए और उसकी ऑफलाइन ज्वाइनिंग कराई गई। इतना ही नहीं, अक्टूबर माह की पूरी उपस्थिति एक ही दिन में रजिस्टर में दर्ज कर दी गई। आज जनसुनवाई में उन्होंने कलेक्टर से शिकायत की और जिला शिक्षा अधिकारी से भी मुलाकात की। जिला शिक्षा अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।