हनुमान चालीसा की इस चौपाई पर आमने-सामने आए दो धर्मशास्त्री, जानिए किसने दिया क्या तर्क

हनुमान चालीसा की इस चौपाई पर आमने-सामने आए दो धर्मशास्त्री, जानिए किसने दिया क्या तर्क Two theologians came face to face on this chaupai of Hanuman Chalisa

हनुमान चालीसा की इस चौपाई पर आमने-सामने आए दो धर्मशास्त्री, जानिए किसने दिया क्या तर्क

Protest expressed by Shri Rambhadracharya Maharaj on 4 mistakes mentioned in Hanuman Chalisa

Modified Date: April 13, 2023 / 07:38 pm IST
Published Date: April 13, 2023 7:33 pm IST

Two theologians came face to face on this chaupai of Hanuman Chalisa: सीहोर। श्री रामभद्राचार्य महाराज द्वारा हनुमान चालीसा में बताई 4 गलतियों पर जताया विरोध तर्क देकर कहा मूल हनुमान चालीसा सही है। सीहोर विश्व धर्म संसद के प्रदेश अध्यक्ष और कथावाचक पंडित अजय पुरोहित ने आज तर्क देकर कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ सेकड़ों वर्षों से जनमानस करता आ रहा है। मूल रूप से आज जो हनुमान चालीसा पड़ी जा रही है वो ही सही है। तुलसीदास द्वारा रचित हनुमान चालीसा में कोई गलती नहीं है।

Read more: जया किशोरी का अलग अंदाज, 7 कारें और 32 बुलेट के साथ पहुंची कथा स्थल, भक्त भी देखकर दंग

 

रामभद्राचार्य जी ने हनुमान चालीसा में जो चार गलतिय बताई है, उन पर भक्त ध्यान न देकर हनुमान चालीसा के मूल स्वरूप का पाठ ही करना चाहिए। हनुमान चालीसा के एक दोहे शंकर सुमन केसरी नंदन को रामभद्राचार्य के हिसाब से शंकर स्वयं केसरी नंदन होना चाहिए, पर पंडित अजय पुरोहित ने कहा कि जब हनुमान जी शंकर जी के पुत्र है और शंकर जी के तेज से पैदा हुएं है तो वो शंकर सुमन ही हुवे। इसलिए शंकर सुमन केसरी नंदन सही है। इसी प्रकार एक चोपाई होई सिद्ध साखी गौरीसा पर कहा कि तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा लिखने के बाद गोरी यानी स्वयं शंकर जी से हस्ताक्षर करवाये। जब हनुमान चालीसा पर स्वयं शंकर जी ने हस्ताक्षर किए है तो फिर गलती का सवाल ही नहीं है।

 ⁠

Read more: सूर्य कर रहे हैं मीन राशि में गोचर, ये राशि वाले होंगे मालामाल, चारों ओर से होगी धन की बारिश

Two theologians came face to face on this chaupai of Hanuman Chalisa: इसी प्रकार अन्य दो चौपाइयों पर भी पंडित अजय पुरोहित ने तर्क सहित सिद्ध किया कि तुलसीदास रचित हनुमान चालीसा में कोई गलती नहीं है। पंडित रामभद्राचार्य जी पर आरोप लगाते हुए पण्डित अजय पुरोहित ने कहा कि कुछ वर्षों पहले इसी प्रकार रामचरित मानस की चोपाइयों में भी रामभद्राचार्य ने गलतिय निकली थी। बाद में अपनी गलती मानी और 10 लाख का जुर्माना भी अदा किया। IBC24 से कवि छोकर की रिपोर्ट

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें 


लेखक के बारे में