शहडोल से PM मोदी का संबोधन LIVE, बोले- आदिवासी समाज के प्रति बेरुखी के चलते पहले की सरकारों ने नहीं दिया इनकी बीमारी पर ध्यान

दुनिया में जितने भी मामले सिकल सेल एनीमिया के मामले आते हैं उनमें से अकेले 50 फीसदी मामले अकेले भारत में होते हैं। लेकिन आदिवासी समाज के प्रति बेरुखी के चलते पहले की कांग्रेस सरकारों ने आदिवासी समाज की बीमारियों के प्रति कभी गंभीरता नहीं दिखाई

शहडोल से PM  मोदी का संबोधन LIVE, बोले- आदिवासी समाज के प्रति बेरुखी के चलते पहले की सरकारों ने नहीं दिया इनकी बीमारी पर ध्यान

PM modi mp visit

Modified Date: July 1, 2023 / 04:57 pm IST
Published Date: July 1, 2023 4:31 pm IST

PM modi mp visit : शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ के दौरान रानी दुर्गावती को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में जितने भी मामले सिकल सेल एनीमिया के आते हैं उनमें से अकेले 50 फीसदी अकेले भारत में होते हैं। लेकिन आदिवासी समाज के प्रति बेरुखी के चलते पहले की कांग्रेस सरकारों ने आदिवासी समाज की बीमारियों के प्रति कभी गंभीरता नहीं दिखाई लेकिन भाजपा की सरकारें अब आदिवासी समाज की बीमारियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए कार्य कर रही है।

read more: शहडोल से PM मोदी का संबोधन LIVE, राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ, जनजातीय समाज से करेंगे संवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद जब मैं जापान की यात्रा पर गया था। तब एक जापान के वैज्ञानिक से मिला था, वे वैज्ञानिक सीकलसेन एनीमिया में गहरा रिसर्च कर चुके थे। मैंने उनसे भी मदद मांगी। हमारा संकल्प है कि 2047 तक देश सीकलसेल से मुक्त होगा। इससे लड़ने में सबसे ज़रूरी है जांच कराना। कई बार तो मरीज़ों को लंबे समय तक पता नहीं चलता है कि वे इस बीमारी से जूझ रहे हैं।

 ⁠

read more: कांग्रेस जनता का हित नहीं चाहती, सीएम शिवराज बोले – केंद्र की तरफ से 2 लाख से ज्यादा घर बनाने की योजना को उन्होंने वापस कर दिया…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने देश के अलग-अलग इलाकों में आदिवासी समाज के बीच एक लंबा समय गुजारा है। सीकलसेल एनीमिया बेहद कष्टदायक है। इनके रोगियों के शरीर, सीने में असहनीय दर्द होता है। यह बीमारी परिवारों को भी बिखेर देती है। यह बीमारी न हवा से, न पानी, न भोजन से फैलत है, यह बीमारी माता-पिता से ही बच्चों में होती है। यह अनुवांशिक है। पूरी दुनिया में सीकलसेल एनीमिया के जितने मामले होते हैं उनमें से 50 प्रतिशत अकेले हमारे देश में होते हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com