MP Hindi News Today: सच में एमपी गजब है…मृत पंचायत सचिव बनाएंगे दिव्यांगों का सर्टिफिकेट, अधिकारियों ने मौत के बाद लगाई ड्यूटी

MP Hindi News Today: सच में एमपी गजब है...मृत पंचायत सचिव बनाएंगे दिव्यांगों का सर्टिफिकेट, अधिकारियों ने मौत के बाद लगाई ड्यूटी

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  • Publish Date - April 28, 2025 / 09:46 AM IST,
    Updated On - April 28, 2025 / 09:46 AM IST

MP Hindi News Today: सच में एमपी गजब है...मृत पंचायत सचिव बनाएंगे दिव्यांगों का सर्टिफिकेट / Image Source: Facebook

HIGHLIGHTS
  • ललनराम वैश्य का निधन हो चुका था
  • कैंप में दिव्यांगों के मेडिकल प्रमाणपत्र बनाने का आयोजन किया गया था
  • मध्यप्रदेश में यह पहला मामला नहीं है

सिंगरौली: MP Hindi News Today ‘एमपी अजब है एमपी गजब है’ ये तो आपने सुना ही होगा और समय-समय पर प्रदेश में इसका उदाहरण देखने को मिलता है। जी हां समय-समय पर मध्यप्रदेश से ऐसे मामले सामने आते रहे है जो लोगों को ये मानने पर मजबूर कर देते हैं कि सच में एमपी गजब है। ऐसा ही एक मामला सिंगरौली जिले से सामने आया है, जहां अधिकारियों ने मृत कर्मचारी की ड्यूटी लगा दी है। फिलहाल मामला सामने आने के बाद सरकारी कमहमे में हड़कंप मचा हुआ है।

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MP Hindi News Today दरअसल दिव्यांगजनों के मेडिकल बनवाने एवं लाभ दिलाने के लिए कैंप का आयोजन किया गया था। इस कैंप में ललनराम वैश्य की ड्यूटी लगाई गई है। जबकि उनकी मृत्यु पहले ही हो चुकी है। बताया जा रहा है कि ललनराम वैश्य जोबगढ़ में पंचायत सचिव के तौर पर पदस्थ थे और बीते दिनों उनका निधन हो गया था। पूरे मामले में गौर करने वाली बात ये है कि क्या पंचायत विभाग इतना लापरवाह हे कि ये भी नहीं पता कि कौन कर्मचारी ड्यूटी कर रहा है और किसकी मृत्यु हो चुकी है।

बता दें कि मध्यप्रदेश में ये पहला मामला नहीं है जब किसी मृत व्यक्ति की ड्यूटी लगाई गई हो, पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, कई बार अधिकारियों की इतनी लापरवाही भी देखी जा चुकी है कि जिंदा इंसान को कागजों में मार दिया जाता है और फिर खुद को जिंदा साबित करने के लिए लोग अधिकारियों के चक्कर काटते हैं।

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क्या ललनराम वैश्य का निधन पहले ही हो चुका था, और फिर भी उन्हें ड्यूटी पर क्यों लगाया गया?

हां, ललनराम वैश्य का निधन पहले ही हो चुका था, और यह अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम था कि उनका नाम ड्यूटी पर लगा दिया गया।

क्या यह पहली बार है जब मृत व्यक्ति को ड्यूटी पर लगाया गया है?

नहीं, मध्यप्रदेश में इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां मृत कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है।

क्या इस मामले में पंचायत विभाग की लापरवाही साबित होती है?

हां, यह मामला पंचायत विभाग की लापरवाही को दर्शाता है, क्योंकि उन्हें यह नहीं पता था कि कौन कर्मचारी ड्यूटी कर रहा है और किसका निधन हो चुका है।

क्या इस तरह के मामलों में अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है?

अक्सर इन मामलों में कार्रवाई नहीं होती, लेकिन इस बार मामले के उजागर होने से सरकारी प्रणाली में हड़कंप मच गया है।

क्या मध्यप्रदेश में ऐसी घटनाओं का सामना करना आम हो गया है?

दुर्भाग्यवश, ऐसे मामले मध्यप्रदेश में बार-बार सामने आते रहे हैं, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं।