Singrauli News: तालाब में एक साथ मिले कई एटीएम, आधार और पैन कार्ड, बच्चों ने कर डाला कुछ बड़ा, मामला जितना दिखता है उससे कहीं ज्यादा गहरा…

मध्यप्रदेस के सिंगरौली जिले के चितरंगी थाना क्षेत्र स्थित दरबारी गांव में गुरुवार को एक चौंकाने वाली घटना उजागर हुई

Singrauli News: तालाब में एक साथ मिले कई एटीएम, आधार और पैन कार्ड, बच्चों ने कर डाला कुछ बड़ा, मामला जितना दिखता है उससे कहीं ज्यादा गहरा…

singrauli news/ image source: IBC24

Modified Date: November 27, 2025 / 07:51 pm IST
Published Date: November 27, 2025 7:49 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सिंगरौली के दरबारी गांव में तालाब किनारे 36 आधार कार्ड, 14 पैन कार्ड और 16 एटीएम कार्ड लावारिस मिले।
  • दस्तावेज गांव के प्राथमिक स्कूल के बच्चों को मिले, जिन्होंने तुरंत सूचना दी।
  • ग्रामीणों ने सभी दस्तावेज इकट्ठा कर सुरक्षित रूप से स्कूल में रखा।

Singrauli News: सिंगरौली: मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के चितरंगी थाना क्षेत्र स्थित दरबारी गांव में एक चौंकाने वाली घटना उजागर हुई, जिसने न केवल ग्रामीणों में चिंता बढ़ाई बल्कि डाक विभाग की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है पूरा मामला ?

Singrauli News: दरअसल, गांव के तालाब किनारे लावारिस हालत में 36 आधार कार्ड, 14 पैन कार्ड और 16 एटीएम कार्ड मिले हैं। ये सभी दस्तावेज दरबारी गांव के ही निवासियों के बताए जा रहे हैं। घटना उस समय सामने आई जब गांव के प्राथमिक स्कूल के बच्चों ने रोज की तरह तालाब के पास खेलते हुए कागजों का एक बड़ा ढेर देखा। बच्चों ने नजदीक जाकर देखा तो वे हैरान रह गए, ये कोई कागज नहीं बल्कि ग्रामीणों के महत्वपूर्ण पहचान संबंधी दस्तावेज थे।

बच्चों ने तुरंत इसकी सूचना गांव के उपसरपंच अरुण तिवारी को दी। उपसरपंच और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सभी दस्तावेजों को सावधानीपूर्वक इकट्ठा किया। चूंकि कुछ दस्तावेज तालाब के पानी और मिट्टी में भीग चुके थे, इसलिए ग्रामीणों ने उन्हें सुखाया और सुरक्षित रखने के लिए प्राथमिक स्कूल में जमा कर दिया। इसके बाद ग्रामजन और उपसरपंच ने पूरे मामले की सूचना चितरंगी प्रशासन और संबंधित विभागीय अधिकारियों को दी, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।

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तालाब में एक साथ मिले कई डाक

Singrauli News: ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि इन दस्तावेजों को डाकघर के किसी लापरवाह कर्मचारी ने लोगों तक पहुंचाने के बजाय तालाब किनारे फेंक दिया होगा। पहचान संबंधी दस्तावेजों को इस तरह फेंक देना ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है, क्योंकि आधार कार्ड, पैन कार्ड और एटीएम कार्ड का गलत इस्तेमाल अपराधियों द्वारा आसानी से किया जा सकता है। यह घटना न सिर्फ एक लापरवाही है बल्कि एक आपराधिक लापरवाही मानी जा रही है, क्योंकि यह सीधे-सीधे नागरिकों की निजी जानकारी एवं वित्तीय सुरक्षा से जुड़ी है।

ग्रामीणों में मामले को लेक काफी आक्रोश

गांव के निवासियों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि दस्तावेज बच्चों की नजर में नहीं आते, तो संभव था कि यह किसी गलत व्यक्ति के हाथ लग जाते और इसका दुरुपयोग होकर ग्रामीणों को भारी आर्थिक या कानूनी नुकसान झेलना पड़ता। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले में दोषी डाक कर्मियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

इसके अलावा, ग्रामीणों का कहना है कि उनके दस्तावेजों को दोबारा सुरक्षित रूप से उनके घरों तक पहुंचाना भी प्रशासन की जिम्मेदारी है।

मामले की जांच हुई शुरू

फिलहाल, चितरंगी प्रशासन द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

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सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

पत्रकारिता और क्रिएटिव राइटिंग में स्नातक हूँ। मीडिया क्षेत्र में 3 वर्षों का विविध अनुभव प्राप्त है, जहां मैंने अलग-अलग मीडिया हाउस में एंकरिंग, वॉइस ओवर और कंटेन्ट राइटिंग जैसे कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। IBC24 में मैं अभी Trainee-Digital Marketing के रूप में कार्यरत हूँ।