siyapiy milan mele mein hotee hai bhakti kee amrt varsha mela: मुरैना। जिले के प्रसिद्ध सिद्ध स्थल करहधाम पर संत रतनदास महाराज की पुण्य स्मृति में प्रतिवर्ष सियपिय मिलन मेले का आयोजन किया जाता है। यह मेला 65 वर्षों से निरंतर लगता आ रहा है। सात दिन के इस मेले में जहां एक ओर भक्ति की अमृत वर्षा होती है, तो वहीं दूसरी ओर देसी घी के पुए व खीर की वर्षा भी होती है। फरवरी से शुरू हुए इस मेले के समापन पर आज 10 लाख लोगों ने प्रसादी ग्रहण कर पुण्य लाभ लिया।
संत रतनदास महाराज की पुण्य स्मृति में लगता है मेला
जानकारी के अनुसार मुरैना जिले के प्रसिद्ध सिद्ध स्थल करह धाम पर संत रतनदास महाराज की पुण्य स्मृति में आयोजित हुए सियपिय मेले का आज विशाल भंडारे के साथ समापन हुआ। यह मेला फाल्गुन की पड़वा तिथि से शुरू हुआ था। मेले के दौरान प्रतिदिन रामलीला, प्रवचन, हरे राम-हरे कृष्णा कीर्तन,चौपाई व अखण्ड कीर्तन का आयोजन किया गया था। इसमे देश भर से प्रतिदिन करीब 2 लाख की संख्या में लोग एकत्रित होकर राम नाम की महिमा का आनंद लेने पहुंचे। आज मेले के समापन अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। यह भंडारा दोपहर 12 बजे से शुरू होकर रात 2 बजे तक चलेगा।
प्रतिदिन होता है 2 लाख लोगों का भंडारा
बताया जा रहा है कि इस भंडारे में करीब 10 लाख लोगों ने प्रसादी ग्रहण कर पुण्य लाभ लिया। करहधाम सिध्द स्थल के संत महावीरदास महाराज के अनुसार सियमिय मिलन मेले का आनंद लेने के लिए देश भर से लोग आते है। मेले के दौरान प्रतिदिन 2 लाख लोगों का भंडारा होता है। मेले ले समापन पर आज करीब 10 लाख लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। मेले की व्यवस्था के लिए 85 गांव के लोग सेवा में रहते है। मेले की प्रसादी में देशी घी के माल पुआ व शुध्द दूध की खीर होती है। इसमें कितना माल लगता है, इसका किसी को पता नहीं। यह सब भगवान रतनदास की कृपा से चलता है।