Morena News: थाना प्रभारी और आरक्षक को किया निलंबित, SP ने लिया जुआ फड़ पकड़ने के बाद एक्शन, जानिये क्या है मामला
मध्य प्रदेश जिले के नूराबाद थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली और दुखद घटना सामने आई है जिसने न सिर्फ प्रशासन को झकझोर कर रख दिया, बल्कि पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है। दरअसल, तीन दिन पहले जुए की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम छापेमारी करने गई थी।
- युवक ने सांक नदी में छलांग लगा दी।
- परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया।
- थाना प्रभारी और आरक्षक को किया सस्पेंड।
Morena News: मध्य प्रदेश जिले के नूराबाद थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली और दुखद घटना सामने आई है जिसने न सिर्फ प्रशासन को झकझोर कर रख दिया, बल्कि पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है। दरअसल, तीन दिन पहले जुए की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम छापेमारी करने गई थी, लेकिन पुलिस की कार्रवाई से घबराकर एक युवक ने सांक नदी में छलांग लगा दी। तेज बहाव और गहराई के चलते युवक की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने वहां की पुलिस पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, नूराबाद थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में कुछ लोग खुलेआम जुआ खेल रहे हैं। इस सूचना पर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को देख वहां मौजूद युवक इधर-उधर भागने लगे। उनमें से एक युवक जो पुलिस से ज्यादा डर गया था अपनी जान बचाने के चक्कर में पास की ही सांक नदी की ओर भागा और वहां बिना सोचे-समझे छलांग लगा दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, युवक तैरना नहीं जानता था और नदी का बहाव भी काफी तेज था। कुछ ही पलों में वो पानी में डूब गया। जब तक मदद पहुंचती तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों का आरोप
इस पूरी घटना की खबर जैसे ही युवक के घरवालों तक पहुंची परिवार और गांववालों में गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने युवक को बेवजह डराया और मानसिक दबाव डाला जिसके चलते वो जान बचाने के लिए नदी में कूदा।
नूराबाद थाने का घेराव
गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने नूराबाद थाने का घेराव किया और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि पुलिस ने जुए के नाम पर कई बार निर्दोष युवकों को परेशान किया है।
SP ने लिया कड़ा एक्शन
Morena News: मामला बढ़ता देख मुरैना के पुलिस अधीक्षक (SP) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नूराबाद थाना प्रभारी और एक आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। SP ने मीडिया से बातचीत में बताया, “इस तरह की घटनाएं पुलिस की छवि को खराब करती हैं। हम आम जनता के सेवक हैं, न कि डर फैलाने वाले अधिकारी। प्रारंभिक जांच में लापरवाही सामने आई है, इसलिए कार्रवाई जरूरी थी। आगे की जांच जारी है।”
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति अविश्वास और भय की भावना गहराई है। कई लोगों का कहना है कि पुलिस छोटे अपराधों पर भी इस तरह दबिश देती है कि आम लोग डर के मारे भागने लगते हैं। इस बार इसी डर ने एक जान लेली।
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