बेहाल है गौशालाओं का हाल, मवेशियों को ठीक से नहीं मिल पा रहा चारा-भूसा

The condition of the cowsheds is bad, the cattle are not getting fodder and straw properly

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  • Publish Date - September 28, 2021 / 11:24 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

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ग्वालियर: मध्यप्रदेश में इन दिनों गौशालाओं की हालत बद से बदतर होती जा रही है। हालत ये है कि प्रदेश की 627 गौशालाओं को बीते 11 माह से कोई भी अनुदान की राशि नहीं मिली है। इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार की घेराबंदी की है। वहीं बीजेपी नेता दावा कर रहे है कि गौशालाओं को जल्द ही अनुदान राशि रिलीज की जाएगी।

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मध्यप्रदेश में 627 गौशालाएं रजिस्टर्ड है, जहां 1 लाख 66 हजार 804 गौवंश है। कांग्रेस शासनकाल में इन गौशलाओं में प्रति गाय 20 रुपए के हिसाब से अनुदान पहुंच रहा था। कांग्रेस का आरोप है कि कांग्रेस की सरकार जाते ही बीजेपी सरकार ने गौवंश के भूसे और चारे की राशि में कटौती कर दी। साथ ही पिछले 11 महीनों से अनुदान राशि नहीं दी।

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अनुदान राशि नहीं मिलने से गौशालाओं में गायों को चारा और भूसा भी ठीक से नहीं मिल पा रहा है। हालांकि समाजसेवियों के दान से कुछ राहत जरूर है, लेकिन ये दान बंद हो गया। तो कई गौशालाओं पर ताला लटक सकता है। हालांकि बीजेपी सांसद दावा कर रहे है कि गौशालाओं को जल्द अनुदान राशि रिलीज की जाएगी।

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हाल ही में सरकार ने अखिलेश्वरानंद महाराज को गौ-संवर्धन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने अब तक गौसंवर्धन बोर्ड का गठन नहीं किया है। इसके कारण गायों के लिए बोर्ड में आवाज उठाने वाला कोई नहीं है।

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